मुंबई। दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग में निवेशकों ने जमकर खरीदारी की। संवत 2076 के पहले सेशन में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स में 192 अंकों की तेजी आई और यह 39250.20 पर बंद हुआ। इस दौरान नैशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी 44.10 अंक मजबूत होकर 11,628.00 पर बंद हुआ।
इससे पहले एक घंटे के सेशन में बाजार बड़ी बढ़त के साथ खुला। सेंसेक्स 339.31 अंकों की तेजी के साथ 39, 397.37 पर खुला तो निफ्टी ने 63.55 अंकों की वृद्धि के साथ 11646.90 पर की कारोबार की शुरुआत की। विशेष कारोबारी सत्र दिन के सबसे शुभ मुहूर्त में रखा जाता है। इस साल यह रविवार को शाम 6.15 बजे से 7.15 बजे तक चला। मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में ऐक्टर राजकुमार राव और मौनी रॉय भी मौजूद रहे।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 22 में तेजी रही जबकि 8 में गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स के सबसे ज्यादा तेजी वाले पांच शेयरों में टाटा मोटर्स (16.54 फीसदी), यस बैंक (4.99 फीसदी), एमएंडएम (2.26 फीसदी), वीईडीएल (2.18 फीसदी) और इन्फोसिस (1.79 फीसदी) शामिल रहे। सेंसेक्स के सबसे ज्यादा गिरावट वाले पांच शेयरों में मारुति (0.78 फीसदी), भारतीएयरटेल (0.64 फीसदी), टीसीएस (0.40 फीसदी),एचसीएलटेक (0.30 फीसदी) और पावरग्रिड (0.30 फीसदी) शामिल रहे।
बीएसई के मिड-कैप सूचकांक 99.30 अंकों यानी 0.69 फीसदी की तेजी के साथ 14,441.06 पर बंद हुआ जबकि बीएसई स्मॉल-कैप सूचकांक 157.24 अंकों यानी 1.20 फीसदी की तेजी के साथ 13,310.30 पर बंद हुआ।
हर साल दिवाली के दिन भारतीय शेयर बाजार एक खास कारोबारी सत्र का आयोजन करता है, जिसे ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ कहा जाता है। यह एक घंटे का सत्र होता है, जिसे हिंदू लेखा वर्ष की शुरुआत के लिए शुभ मानते हैं और इसे संवत कहा जाता है। मुहूर्त ट्रेडिंग से पहले शेयर बाजार में ब्रोकर खातों की पूजा करते हैं। दिवाली के अगले दिन बलिप्रतिप्रदा का अवकाश होने के कारण सोमवार को शेयर बाजार में कारोबार बंद रहेगा।
क्या है इतिहास?
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है, जो 1957 से मुहूर्त ट्रेडिंग आयोजित करता आ रहा है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में इसकी शुरुआत 1992 से हुई। मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन कारोबार सांकेतिक तौर पर होता है। माना जाता है कि इस दिन थोड़ी मात्रा में शेयर खरीदना शुभ होता है। इससे पूरे वर्ष माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है। दलाल स्ट्रीट के कुछ निवेशक अब भी मानते हैं कि इस दिन खरीदे गए शेयरों को बनाए रखना चाहिए, ताकि इन्हें अगली पीढ़ी को ट्रांसफर किया जा सके।
मुहूर्त ट्रेडिंग में सूचकांकों का कैसा रहता है मिजाज?
अब तक देखा गया है कि इस विशेष कारोबारी सत्र में बाजार का मिजाज सकारात्मक रहता है। लेकिन, ट्रेडिंग वॉल्यूम अमूमन कम रहता है। इस छोटे से सेशन के दौरान शेयरों की चाल भी एक सीमित दायरे में रहती है। पिछले 14 मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में 11 बार बीएसई सेंसेक्स बढ़त के साथ बंद हुआ है।
नए साल में क्या उम्मीद है?
विश्लेषक संवत 2076 को लेकर सकारात्मक हैं। उनका मानना है कि अगले संवत तक निफ्टी 14,000 और सेंसेक्स 46,000 अंक के स्तर को पार कर जाएगा।