अब आप भी कर सकेंगे अंतरिक्ष की सैर, जानिए कितने का होगा टिकट

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नई दिल्ली। नासा ने शुक्रवार को कहा है कि स्पेस टूरिज्म जैसे बिजनस वेंचर्स के लिए इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन 2020 में ओपन करने जा रहा है। ऑर्बिट रिसर्चिंग लैब में एक रात रुकने के लिए टूरिस्ट्स को 35 हजार डॉलर (करीब 24 लाख रुपये) चुकाने होंगे। इसके बाद से माना जा रहा है कि नासा इस लैब में अपनी गतिविधियां और प्रयोग कम करने जा रहा है।

नासा के चीफ फाइनेंशल ऑफिसर जेफ ड्विट ने न्यूयॉर्क में इस बारे में जानकारी दी और नासा की भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया। जेफ ने कहा, ‘नासा इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन कमर्शल मौकों के लिए खोलने जा रहा है और इस मार्केटिंग की मदद से वह संभव होगा, जो हमने आज से पहले कभी नहीं किया।’

इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन के डेप्युटी डायरेक्टर रॉबिन गाटेन्स ने कहा कि यह हर साल एक या दो प्राइवेट ऐस्ट्रोनॉट मिशन तक सीमित हो सकता है। इस तरह का मिशन 30 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है। नासा का कहना है कि इस तरह हर साल करीब एक दर्जन टूरिस्ट स्पेस स्टेशन जा सकेंगे।

नासा का कहना है कि फिलहाल केवल दो प्राइवेट कंपनियां पर्यटकों को अंतरिक्ष में भेजने पर काम कर रही हैं और इसके लिए ट्रांसपोर्ट वीइकल तैयार कर रही हैं। इनमें से एलन मस्क की स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल है और दूसरा बोइंग द्वारा तैयार किया जा रहा स्टारलाइनर विमान है।

ये कंपनियां अपने क्लाइंट्स को चुनकर ट्रिप पर भेज पाएंगे, जो शायद उनके लिए सबसे महंगा एडवेंचर साबित होगा। ड्विट ने बताया कि ऐसी यात्रा की राउंड ट्रिप के लिए एक टिकट पर 5.8 करोड़ डॉलर (करीब 4 अरब रुपये) का खर्च आएगा।

कंपनियां इस खर्च पर टूरिस्ट्स को स्पेस स्टेशन तक तो ले जाएंगी, लेकिन वहां रहने के लिए पर्यटक होटल के खर्च की तरह रुकने का किराया भी देंगे। ड्विट ने कहा कि एक बार स्पेस स्टेशन आ जाने के बाद टूरिस्ट्स को स्पेस ऑर्बिटर में रहने, खाने, पानी और लाइफ सपॉर्ट सिस्टम के लिए नासा को एक रात के हिसाब से 35 हजार डॉलर (करीब 24 लाख रुपये) खर्च करने होंगे।

बता दें, यह स्पेस स्टेशन नासा का नहीं है और इसे रूस के साथ मिलकर बाकी देशों ने 1998 में तैयार किया था और अपने अंतरिक्ष यात्री भेजे थे। 2001 में स्पेस टूरिस्ट के तौर पर डेनिस टीटो यहां जा चुके हैं। उन्होंने इस ट्रिप के लिए रुस को 20 मिलियन डॉलर (करीब 1.4 अरब रुपये) चुकाए थे।