नई दिल्ली। आने वाले समय में एक मोबाइल वॉलेट से दूसरी कंपनी के मोबाइल वॉलेट का पेमेंट लेने की सुविधा मिल सकती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाने वाली है। सरकार यदि यह फैसला करती है तो किसी एक कंपनी के मोबाइल वॉलेट से लेनदेन के लिए यह जरूरी नहीं रह जाएगा कि सामने वाले के पास भी उसी कंपनी का मोबाइल वॉलेट हो।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सरकार जल्द इसके लिए दिशानिर्देश जारी करने वाली है। इसके लिए सरकार प्री पेड इंस्ट्रूमेंट्स यानी पीपीआई के मौजूदा नियमों में ढील देने की तैयारी में है। ऐसा होने पर मोबाइल वॉलेट से भी उसी तरह लेनदेन संभव हो जाएगा जैसे फिलहाल एक एटीएम कार्ड से किसी दूसरे बैंक के एटीएम से भी पैसे निकाले जाते हैं।
दिशानिर्देशों पर सहमति
रिपोर्ट के मुताबिक 21 जून को कैबिनेट सचिव की अगुवाई में एक बैठक में हुई थी, जिसमें बैंकिंग, सूचना व तकनीकी विभाग समेत दूसरे संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हुए थे। इस बैठक में पीपीआई के लिए नए दिशानिर्देश लाने पर काफी हद तक सहमति बन गई है।
50 से ज्यादा मोबाइल वॉलेटदेश में
फिलहाल 50 से ज्यादा प्री पेड इंस्ट्रूमेंट्स हैं, जिसे हम बोलचाल की भाषा में मोबाइल वॉलेट कहते हैं। यदि नई व्यवस्था लागू कर दी गई तो मोबाइल वॉलेट सुविधा मुहैया कराने वाली हर कंपनी को एक तय मानदंड की तकनीक अपनानी होगी। दिक्कत यह है कि अभी कई कंपनियां तकनीक के लिहाज से काफी पिछड़ी हुई हैं।