अहमदाबाद/कोटा। पिछले साल की तुलना में 2018-19 के सीजन में राष्ट्रीय स्तर पर धनिया एवं मेथी के उत्पादन में भारी गिरावट आने का अनुमान है। फेडरेशन ऑफ इंडियन स्पाइस स्टैक होल्डर्स (FISS) ने 2018 की तुलना में वर्ष 2019 के दौरान धनिया का घरेलू उत्पादन 80.85 लाख बोरी से 19.02 लाख बोरी घटकर 61.83 लाख बोरी तथा मेथी का उत्पादन 16.96 लाख बोरी से 4.44 लाख बोरी गिरकर 12.53 लाख बोरी के करीब रह जाने का अनुमान लगाया है।
धनिया: गुजरात के अहमदाबाद में पिछले दिनों आयोजित फेडरेशन की एक महत्वपूर्ण बैठक में धनिया का उत्पादन मध्य प्रदेश में 34.45 लाख बोरी से 5.32 लाख बोरी घटकर 29.13 लाख बोरी, राजस्थान में 26.30 लाख बोरी से 3.32 लाख बोरी गिरकर 22.98 लाख बोरी तथा गुजरात में 20.10 लाख बोरी से 10.38 लाख बोरी लुढ़ककर 9.72 लाख बोरी पर सिमट जाने का अनुमान है। इस बार तीनों शीर्ष उत्पादक राज्यों में धनिया की बिजाई कम हुई और गुजरात में तो यह 70 हजार हेक्टेयर से लुढ़ककर 30 हजार हेक्टेयर पर सिमट गया।
इस बार 8000 रुपये क्विंटल बिक सकता है धनिया
कोटा में हमारे कमोडिटी एक्सपर्ट मुकेश भाटिया का कहना है कि 50 लाख बोरी पुराना स्टॉक है। एक्सपोर्ट और घरलू मांग मिलाकर करीब एक करोड़ बोरी धनिया की खपत है। इन सब अनुमान को देखते हुए धनिया में 20 रुपये किलोग्राम की तेजी संभावित है। यानी भाव बढ़कर 8000 रुपये क्विंटल तक या इससे ऊपर भी जा सकते हैं।
मेथी : धनिया की भांति मेथी का उत्पादन भी इन तीन राज्यों में घटने की संभावना है। फेडरेशन ने इसका सकल राष्ट्रीय उत्पादन 12.53 लाख बोरी रहने का अनुमान लगाया है जो गत वर्ष के उत्पादन 16.96 लाख बोरी से करीब 4.44 लाख बोरी कम है।
इसके तहत मेथी का उत्पादन राजस्थान में 7.98 लाख बोरी से 2.39 लाख बोरी घटकर 5.59 लाख बोरी, मध्य प्रदेश में 7.19 लाख बोरी से 1.54 लाख बोरी गिरकर 5.65 बोरी तथा गुजरात में 1.79 लाख बोरी से 50 हजार बोरी फिसलकर 1.29 लाख बोरी पर सिमटने की संभावना व्यक्त की गई है। मालूम हो कि धनिया की प्रत्येक बोरी 40 किलो की तथा मेथी की प्रत्येक बोरी 100 किलो (1 क्विंटल) की होती है।