ट्राई का नया टैरिफ ऑर्डर टीवी देखने वालों के लिए बना मुसीबत

0
977

मुंबई/कोटा। ब्रॉडकास्ट सेक्टर के लिए टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने जो नया टैरिफ ऑर्डर जारी किया, उसे आम लोगों के हित में बताया गया था, लेकिन इसके लागू होने के बाद लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इस रिपोर्टर को दोस्तों और रिश्तेदारों की कई कॉल्स आईं, जिनमें उन्होंने चैनल्स वापस पाने में मदद करने का अनुरोध किया क्योंकि डिस्ट्रीब्यूशन प्लैटफॉर्म्स के अधिकतर कॉल सेंटरों से या तो मदद नहीं मिल रही है या वे जवाब ही नहीं दे रहे हैं।

मुंबई के पश्चिमी उपनगरीय इलाके में रहने वाले 64 साल के रिटायर्ड मनोज माथुर ने बताया कि उन्हें म्यूजिक रिऐलिटी शो और स्पोर्ट्स पसंद हैं। माथुर ने केबल कंपनी की वेबसाइट पर अपने चैनल सिलेक्ट कर लिए थे। पिछले दो हफ्तों से वह लोकल केबल ऑपरेटर को कॉल कर-करके थक गए हैं, लेकिन उन्हें अपनी पसंद के चैनल नहीं मिले।

इसी तरह गुरुग्राम के 48 साल के सॉफ्टवेयर प्रफेशनल समीर शुक्ला ने पाया कि उनका मंथली डीटीएच बिल तो 30 पर्सेंट बढ़ गया। उधर, कोटा राजस्थान के बिजनसमैन संजय अग्रवाल अपने केबल ऑपरेटर पर भड़ास निकाल रहे हैं क्योंकि उनकी मां पूजा-पाठ से जुड़े चैनल नहीं देख पा रही हैं।

बेस्ट फिट पैक का चक्कर
ट्राई ने पारदर्शी व्यवस्था का दावा किया है, जिसमें लोगों को उन्हीं चैनलों के लिए पैसे देने हैं, जिन्हें वे देखना चाहेंगे। सभी व्यूअर्स की पसंद जानने और उसके मुताबिक कदम उठाने के बड़े लक्ष्य को देखते हुए ट्राई ने पहले तो व्यूअर्स को पहली फरवरी तक का वक्त दिया था जो बाद में 31 मार्च तक कर दिया।

परेशानी का सबसे बड़ा सबब
हालांकि बेस्ट फिट पैक का मसला ही कन्ज्यूमर्स की परेशानी का सबसे बड़ा कारण बन गया है क्योंकि डिस्ट्रीब्यूशन प्लैटफॉर्म्स यह तय कर रहे हैं कि कौन से टीवी चैनल दिखाए जाने हैं और कौन से नहीं दिखाए जाने हैं।

साथ ही, चॉइस देने के नाम पर केबल कंपनियां (मल्टी-सिस्टम ऑपरेटर्स) अपने पैक कन्ज्यूमर्स पर थोपने की कोशिश कर रही हैं। उनके लोकल केबल ऑपरेटरों ने या तो कन्ज्यूमर्स को फॉर्म ही नहीं दिए हैं या झूठ फैला रहे हैं।

शिकायतें आ रहीं: ट्राई
इस बारे में संपर्क किए जाने पर ट्राई के अडवाइजर (ब्रॉडकास्टिंग) अरविंद कुमार ने कहा कि ट्राई को शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा, ‘कुछ मसले होंगे, लेकिन ट्राई को ज्यादा शिकायतें नहीं मिली हैं।

एमएसओ ने हमसे कहा है कि उनके सभी सब्सक्राइबर या तो बेस्ट फिट प्लान पर शिफ्ट हो गए हैं या उन्होंने अपने प्लान चुन लिए हैं। डीडीएच प्लेयर्स ने 60 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है, लेकिन टाटा स्काई और एयरटेल डिजिटल टीवी अभी रोज करीब 5-5 लाख कन्ज्यूमर्स को माइग्रेट कर रही हैं।’