नई दिल्ली। दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहार से पहले रेलवे ने आम लोगों को बड़ा झटका दे दिया है। रेलवे ने कई उपयोगी सामानों के मालभाड़े में 9 फीसदी तक की वृद्धि कर दी है। इससे इन सामान की बाजार कीमत बढ़ने की आशंका है। रेलवे ने कोयला, स्टील, कच्चे स्टील, आयरन के मालभाड़े में 8.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है।
इनकी बढ़ जाएगी लागत: सीमेंट, स्टील और कच्चे स्टील पर माल भाड़ा बढ़ने का असर सबसे ज्यादा घर, सड़क, पुल और अन्य इस तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर पड़ेगा। बयान के मुताबिक इस वृद्धि से रेलवे को 3,344 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राजस्व प्राप्ति होगी।
इस पर होगा खर्च: अतिरिक्त राजस्व से रेलवे को सुरक्षा, सेवा और समय पर सेवायें देने में सुविधा होगी। खाद्यान्न, आटा, दालों, उर्वरक, नमक और चीनी जैसी आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई है। किसानों और आम आदमी को ध्यान में रखते हुये सीमेंट, डीजल सहित पेट्रोलियम उत्पादों की ढुलाई दरों में भी कोई वृद्धि नहीं की गई है।
कंटेनर शुल्क में 5 फीसदी बढ़ोतरी
कंटेनर ढुलाई शुल्क को पांच फीसदी बढ़ा दिया गया है जबकि अन्य लघु सामानों की ढुलाई दरें भी 8.75 फीसदी बढ़ा दी गई। इसका भार कंपनियों को बड़े व्यापारियों पर पड़ेगा। आम आदमी पर इस बढ़ोतरी का ज्यादा असर नहीं होगा।
रेलवे के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि टैरिफ बढ़ने से थर्मल पावर प्रोडक्शन पर कोई असर नहीं बढ़ेगा क्योंकि एनटीपीसी को पहले वाले चार्ज पर वित्तवर्ष 2020 तक कोयले के ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा मिलती रहेगी।