हाड़ौती में 750 निजी बसों की 10 सितंबर से चक्का जाम हड़ताल

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    कोटा। बस मालिक संघ ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर 10 सितंबर से कोटा समेत हाड़ौती संभाग में चक्काजाम हड़ताल का आह्वान किया है। किराये में वृद्धि, कोटा समेत हाड़ौती संभाग में सुसज्जित पार्किंग की मांग, परिवहन विभाग द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 86 के तहत बस मालिकों को जारी किए गए नोटिसों को वापस लेने, एसीबी विभाग द्वारा पूर्व में की गई कार्रवाई को ड्रॉप कराने व उप नगरीय परमिट को समाप्त नहीं करने की मांग की गई है।

    बस मालिक संघ कोटा संभाग के अध्यक्ष सत्यनारायण साहू ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में बताया कि पिछले एक वर्ष के दौरान डीजल की दरों में अप्रत्याशित वृद्धि होने के कारण किराये में वृद्धि नहीं की गई, जिसके कारण बस मालिकों को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

    साहू ने बताया कि बस मालिक संघ कोटा संभाग द्वारा इस संबंध में पिछले दिनों जिला कलक्टर व हाड़ौती संभाग के सभी जिला परिवहन अधिकारियों को राज्य सरकार व परिवहन विभाग के नाम ज्ञापन भी दिए जा चुके है , जिसके बावजूद राज्य सरकार द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में मजबूरन बस मालिक संघ कोटा संभाग द्वारा 10 सितंबर से अनिश्चिकालीन चक्काजाम की घोषणा की गई है।

    संघ के महासचिव विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि चक्काजाम में कोटा समेत हाड़ौती संभाग में सभी निजी बसों को अनिश्चिकालीन बंद रखा जाएगा। कोटा समेत हाड़ौती में करीब 750 निजी बसों का विभिन्न रूटों पर संचालन किया जा रहा है, जिसे 10 सितंबर से बंद कर दिया जाएगा। चक्काजाम की समस्त जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

    उन्होंने बताया कि चक्काजाम में 10 सितंबर को स्टेज केरिज बसों, 11 सितंबर को स्टेज केरिज बसों के साथ-साथ लोक परिवहन बस सेवा, वीडियो कोच बस सेवा एवं 12 सितंबर को निजी स्कूलों व फैक्ट्रियों में लगी सभी प्रकार की बसों का संचालन बंद कर दिया जाएगा।

    इसके बावजूद भी यदि राज्य सरकार द्वारा कोई सुनवाई नहीं होती है तो कोटा, बारां, बूंदी व झालावाड़ शहर के प्रमुख मार्गों पर बसों को खड़ी कर मार्गों को अवरुद्ध किया जाएगा। चक्काजाम में टाटा मैजिक, जीप, कू्रजर व मिनी प्राइवेट सिटी बसों को भी शामिल किया जाएगा।

    वहीं बस संघ द्वारा ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन व ट्रक यूनियन आदि से भी चक्काजाम के लिए समर्थन मांग कर ट्रकों के संचालन को भी बंद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि निजी बसों में निम्न व मध्यम वर्ग के लोग सफर करते है, जिनके ऊपर भारी आर्थिक भार पड़ता है, लेकिन केंद्र व राज्य सरकार मात्र पांच सरकारी व निजी पेट्रोल कंपनियों को लाभ देने के कारण हम जैसे गरीब लोगों का खून चूस कर आर्थिक हानि दे रही है, जो कि एक बड़ा अन्याय है।

    साहू ने बताया कि संयोजक मोहम्मद अकिल पठान ने बताया कि चक्काजाम जैसे आंदोलन को गति देने के लिए अध्यक्ष सत्यनारायण साहू की अध्यक्षता में 15 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, जिसमें बूंदी से बाबू खिलची, इकराम खान, बुद्धिप्रकाश, बारां से सिराज खान, दिनेश शर्मा, छीपाबडृौद से सोनू, झालावाड़ से विक्रम सिंह, जितेंद्र हाड़ा, कमल शर्मा, कोटा से बाबू भाई व पुरुषोत्तम शर्मा को टीम में शामिल किया गया है। प्रेसवार्ता में उपाध्यक्ष अशोक चांदना, परवेज खान व सुनील शर्मा आदि उपस्थित थे।