नई दिल्ली। घरेलू मांग तथा निवेश चक्र में सुधार को लेकर आने वाली तिमाहियों में देश की आर्थिक वृद्धि दर आगे और बेहतर होगी। सीआईआई-एस्कॉन इंडस्ट्री के सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। सर्वेक्षण में कहा गया कि अनुकूल मॉनसून के कारण बेहतर उपभोग, मुद्रास्फीति में सुधार और त्योहारी मौसम के कारण मांग एवं निवेश को समर्थन मिलेगा। इस सर्वेक्षण में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 70 क्षेत्रों के प्रदर्शन पर नजर रखी गई।
सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत ने कहा, ‘एस्कॉन की वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही के सर्वेक्षण के परिणाम आर्थिक वृद्धि में सतत प्रगति के संकेत देते हैं। जो विशेष तौर पर महत्वपूर्ण है वह तेज वृद्धि दर्ज करने वाले क्षेत्रों की संख्या का बढ़ना है।’
उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण में अपेक्षाकृत कम क्षेत्र ऐसे मिले हैं जिनकी वृद्धि की दर नकारात्मक रही है। इससे आर्थिक माहौल में सुधार का स्पष्ट पता चलता है। सर्वेक्षण में 20 प्रतिशत से अधिक की दर से वृद्धि करने वाले क्षेत्रों की संख्या बढ़ने का पता चलता है। साल भर पहले ये क्षेत्र महज 5.7 प्रतिशत थे जो बढ़कर 14.3 प्रतिशत पर पहुंच गए।
इस दौरान तेज तथा धीमी वृद्धि वाले क्षेत्रों की संख्या भी बढ़ी जबकि नकारात्मक वृद्धि दर वाले क्षेत्रों की संख्या कम हुई। निकट-भविष्य के वृद्धि परिदृश्य के बारे में 63.6 प्रतिशत भागीदारों ने माना कि उनके क्षेत्र में सुधार होगा जबकि 31 प्रतिशत के अनुसार अगले छह महीने उनके क्षेत्रों में मौजूदा स्थिति बरकरार रहने वाली है।