कोटा। आईआईटी में लड़कियों की संख्या बढ़ाकर जेंडर गैप को कम करने के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के प्रयास इस साल रंग लाए हैं। आईआईटी में पहली बार लड़कियों के लिए सुपरन्यूमरेरी सीटों का प्रावधान किया गया था। वहीं उनको यह कोटा समाप्त होने के बाद जेंडर न्यूट्रल पूल में भी दाखिल दिया गया।
पिछले साल आईआईटी में 995 लड़कियों ने एडमिशन लिया था। इस साल यह संख्या करीब दोगुनी होकर 1841 पर पहुंच गई है। आईआईटी में इस साल कुल 779 सुपरन्यूमरेरी सीटें लड़कियों के लिए रखी गई थी। लड़कियों ने इन सीटों के लिए अलावा भी सीटें हासिल कर ली। सातवें राउंड के बाद आईआईटी में फीमेल पूल की 4 सीटें खाली हैं।
जेंडर पूल से अधिक रही फीमेल पूल की क्लोजिंग रैंक :आईआईटी में दाखिले के लिए हुई काउंसलिंग के सातवें राउंड के बाद फीमेल पूल की क्लोजिंग रैंक जेंडर न्यूट्रल पूल से अधिक रही। अंतिम राउंड के बाद जेंडर न्यूट्रल पूल से क्लोजिंग रैंक 11341 एवं फीमेल पूल से 16035 रही। सुपरन्यूमरेरी सीटों के कारण ही इस साल कई ब्रांचों की क्लोजिंग रैंक पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा रही।
नीट : तमिल में ग्रेस अंक पर सुप्रीम कोर्ट की रोक
तमिल में नीट पेपर देने वालों को 196 ग्रेस मार्क्स देने के मद्रास हाईकोर्ट के फैसले पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। सीबीएसई ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
इस मामले की अगली सुनवाई दो हफ्ते बाद होगी। उधर, मद्रास हाईकोर्ट के फैसले के बाद एमसीसी की काउंसलिंग वेबसाइट बंद कर दी गई थी, जो शुक्रवार को फिर से शुरू हो गई। हालांकि फिलहाल काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।