जयपुर/जोधपुर। जयपुर से जोधपुर आने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में मुसाफिरों के साथ रेलवे ने अच्छा मजाक किया। जिस कोच में मुसाफिरों को बर्थ आवंटित कर मैसेज भेजा, वह कोच ट्रेन में लगाया ही नहीं। ऐसे में मुसाफिरों के टिकट वेटिंग में रहने के चलते कैंसिल हो गए। लेकिन तब तक वे ट्रेन में सवार हो चुके थे।
टीटीई ने ऐसे मुसाफिरों को बिना टिकट मान किराया और जुर्माना वसूल कर लिया। पीड़ित जब जोधपुर पहुंचे तो रेलमंत्री आए हुए थे, उन्होंने वहीं शिकायत देकर रेलवे के इस मिस मैनेजमेंट पर नाराजगी जताई। रेल मंत्री के प्रसंज्ञान के बाद अब मामले की जांच की जा रही है। इस दौरान यात्री परेशान रहे।
एसी चेयरकार क्लास में टिकट बुक थी, टीटीई ने किराया-जुर्माने की Rs.1440 की रसीद बना दी। जलदाय विभाग के एसई आईसी जैन ने एक जून को आईआरसीटीसी की वेबसाइट से दो जून की जयपुर से जोधपुर के लिए ट्रेन संख्या 22478 की एसी चेयरकार में टिकट बुक करवाया। बुकिंग के समय टिकट का स्टेटस कन्फर्म था। वे जयपुर स्टेशन पहुंचे और ट्रेन में टीटीई से अपनी बर्थ पूछी। टीटीई ने जवाब दिया कि इस पीएनआर पर कोई बर्थ नहीं है। टीटीई ने उन्हें बिना टिकट मानकर किराया व जुर्माने की कुल 1440 रुपए की रसीद बना दी।
गलती दबाने के लिए कंफर्म टिकट रेलवे ने वेटिंग लिस्ट में डाल दिए
इस ट्रेन में दो एसी चेयरकार लगाए जा रहे थे। ट्रेन रवाना होने से कुछ देर पहले चार्ट बना तो यात्रियों को सी-2 कोच में बर्थ आवंटित कर दी गई। अधिकारियों को पता चला कि यह कोच तो लग ही नहीं रहा तो आनन-फानन में टिकट को वेटिंग में डाल दिया। इसमें सी-2 कोच के यात्रियों के टिकट कन्फर्म से वेटिंग में डाल दिए गए। टिकट वेटिंग में रहने व चार्ट बनने के बाद टिकट रद्द कर िदए गए।
कोच सी-2 में 64 नंबर बर्थ आवंटित, न कोच था न बर्थ
स्मिता ने ट्रेन में तत्काल कोटे में बर्थ बुक करवाई थी। चार्ट बनने के बाद मोबाइल पर आए मैसेज में एसी चेयरकार कोच सी-2 में 64 नंबर बर्थ आवंटित थी। ट्रेन में पहुंचीं तो न तो यह कोच था न उनकी बर्थ। टीटीई ने इन्हें दूसरे कोच में बैठने की अनुमति नहीं दी। मजबूरी में स्मिता को टायलेट के बाहर अटेंडेंट की सीट पर बैठकर सफर करना पड़ा।
पार्षद सीमा माथुर यात्रियों को लेकर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को आपबीती बताई, जिस पर उन्होंने जोधपुर में मौजूद रेल मंत्री को यात्रियों का ज्ञापन सौंपा।
जांच करवा ली जाएगी : मैं विदेश यात्रा पर थीं, इसलिए मामला मेरे प्रसंज्ञान में नहीं आया है। जानकारी लेकर इसकी जांच करवा ली जाएगी कि महिला यात्री को परेशानी क्यों हुई?
-सौम्या माथुर, डीआरएम, जयपुर