नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने 12 करोड़ लाभार्थियों को 6 लाख करोड़ रुपए मुद्रा लोन दिए। मुद्रा योजना ने युवाओं, महिलाओं और ऐसे लोग जो अपना बिजनेस शुरू करना चाहते थे, उन्हें नया अवसर दिया।
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को मुद्रा योजना के लाभार्थियों से नरेंद्र मोदी ऐप के जरिए लाइव बातचीत की। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना एक जॉब मल्टीप्यार के रूप में भी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि 12 करोड़ लाभार्थियों में से 28 फीसदी यानी 3.25 करोड़ नए आंत्रप्रेन्योर थे। बता दें, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को पीएम ने 8 अप्रैल 2015 को लॉन्च किया था।
9 करोड़ महिलाओं को मिला लाभ
पीएम मोदी ने कहा कि मुद्रा योजना के तहत 74 फीसदी यानी 9 करोड़ लाभार्थी महिलाएं हैं। वहीं, 55 फीसदी एससी/एसटी और ओबीसी कैटेगरी से हैं। मुद्रा योजना एक ऐसी स्कीम है, जो बिना किसी भेदभाव के पिछड़े समाज को मजबूत करने का काम सफलतापूर्वक किया है। आज 110 बैंक ही नहीं बल्कि 72 माइक्रो फाइनेंस कंपनियां और 9 नॉन बैंकिंग फाइनैंस कंपनियों ने भी यह लोन शुरू किए हैं।
गरीब पैसा लेकर नहीं भागते
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के बाद मुद्रा स्कीम का लाभ उठाने वाले कुछ लोगों के अनुभव भी सुने। उन्होंने गुजरात के एक लाभार्थी हरिभाई से मजाकिया अंदाज में पूछा कि क्या आप बैंक का पैसा समय पर लौटा रहे हैं। इस पर हरिभाई के हां बोलने पर मोदी ने कहा कि यह सबको पता चलना चाहिए कि बड़े लोग तो लोन लेकर भाग जाते हैं, लेकिन गरीब लोग ऐसा नहीं करते।
मुद्रा लोन के लिए 40 कंपनियों से समझौता
हाल ही में फाइनेंस मिनिस्ट्री ने मुद्रा स्कीम के तहत छोटे कारोबारियों को लोन देने के लिए फ्लिपकार्ट, स्विगी, पतंजलि और अमूल सहित 40 कंपनियों के साथ समझौता किया है। इसके अलावा, मेक माई ट्रिप, जोमैटो, मेरु कैब, मुथूट, एडलवाइस, अमेजन, ओला, बिग बास्केट, कार ऑन रेंट और हबीब सैलून भी शामिल हैं।
इसके साथ ही फ्लिपकार्ट, अमेजन, उबर, ओला, ओयो, अमूल, पतंजलि और जोमैटो जैसी कंपनियों की रिटेल फ्रेंचाइजी/ट्रांसपोर्ट सॉल्युशंस/सप्लायर्स को मुद्रा स्कीम के तहत 10 लाख रुपए तक लोन देने के मसले पर भी विचार किया जाएगा।
बीते साल बांटा 2.53 लाख करोड़ का कर्ज
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के अंतर्गत पिछले वित्त वर्ष के दौरान सरकार ने 2.53 लाख करोड़ रुपए का कर्ज दिया, जबकि बीते तीन साल के दौरान 5.73 लाख करोड़ रुपए का कर्ज दिया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गैर कॉरपोरेट, गैर कृषि स्माल/माइक्रो एंटरप्राइजेज को 10 लाख रुपए तक लोन देने के लिए 8 अप्रैल, 2015 को पीएमएमवाई को लॉन्च किया था।