कोटा। नोटबंदी के दौरान कोटा रेलवे बुकिंग कार्यालय व आरक्षण केन्द्र में नोटों की हेराफेरी के मामले में मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक चरणलाल व ज्ञानेन्द्र आर्य का तबादला भोपाल कर दिया गया है। इस मामले में आरक्षण केन्द्र के इंचार्ज हरकेश मीणा का पहले ही झालावाड़ ट्रांसफर हो चुका है।
रेलवे बोर्ड की विजिलेंस टीम को नोटबंदी के दौरान विजिलेंस ने जनवरी 2017 में कोटा बुकिंग कार्यालय व आरक्षण केन्द्र की जांच की थी। जांच में पता चला था कि बुकिंग ऑफिस में रोजाना 12 से 14 लाख रुपए का कैश आया। इसमें लगभग 50 प्रतिशत राशि पुराने नोटों की थी। कैश रजिस्टर एंट्री में भी खामियां मिली थीं।
विजिलेंस टीम ने रेलवे आरक्षण केन्द्र व बुकिंग पर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग भी मांगी थी, लेकिन उन्हें रिकॉर्डिंग नहीं मिली थी। विजिलेंस की रिपोर्ट में सीबीएस चरणलाल, ज्ञानेन्द्र आर्य व सीआरएस हरकेश मीणा पर कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। बुकिंग क्लर्क की भूमिका को भी संदिग्ध माना है। उन पर भी चार्जशीट की कार्रवाई हो सकती है।
मुख्यालय से मिले तबादले के आदेश
पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्यालय जबलपुर से तबादले के आदेश मिले हैं। आदेश में सीबीएस के ट्रांसफर भोपाल करने की बात कही है। -विजय प्रकाश, सीनियर डीसीएम