कानपुर/नई दिल्ली। यूपी पुलिस के साथ मिलकर मंगलवार देर रात मारी गई दबिश में राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी ने 96 करोड़ रुपए की कीमत के पुराने नोट बरामद किए हैं। इसे नोटबंदी के बाद मिला पुराने नोटों का अब तक का सबसे बड़ा जखीरा बताया जा रहा है।
इन नोटों के उत्तर प्रदेश के औद्योगिक शहर कानपुर से बरामद किया गया। इस मामले में 16 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इस मामले के तार हैदराबाद के अलावा दिल्ली मुंबई जैसे शहरों से जोड़कर देखे जा रहे हैं।
नोटों की गिनती जारी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल जब्त किए जाने के बाद इन नोटों की गिरती का काम जारी है। रिजर्व बैंक और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इन नोटों की गिनती कर रहे हैं। जल्द ही उन्हीं के हवाले से पता चलेगा कि जब्त किए गए नोट आखिर कितनी कीमत के थे। कुछ रिपोर्ट में नोटों की कीमत 100 करोड़ रुपए तक बताई जा रही है।
कई जगहों पर हुई छापेमारी
कानपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि शहर के किसी घर में पुराने नोटों का जखीरा छिपा कर रखा गया है। पुलिस ने उस शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया है जो इन नोटों को नए नोटों से बदलने का आश्वासन देने के साथ बिचौलिए की भूमिका निभा रहा था। हालांकि गिरफ्तार व्यक्ति का नाम नहीं पता चल पाया है।
पुलिस इस बात का भी पता लगाने की कोशिश में है कि कहीं इस पूरे मामले में सरकारी अधिकारी तो शामिल नहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह रेड कानपुर के अलग अलग इलाकों में मारी गई। कुछ लोगों को शहर के एक होटल से भी अरेस्ट किया गया है।
मेरठ से मिले थे 25 करोड़ रुपए के पुराने नोट
बता दें कि कुछ समय पहले ही पहले ही मेरठ पुलिस ने परतापुर थाना इलाके के राजकमल एन्क्लेव में प्रोपर्टी डीलर और बिल्डर संजीव मित्तल के मकान में बने एक ऑफिस से लगभग 25 करोड़ रुपए की पुरानी करेंसी बरामद की थी। मौके से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया था कि संजीव इस पैसे को एक नामी तेल कम्पनी के जरिए आरटीजीएस करना चाहते थे।