कोटा। कोटा में ट्रिपल आईटी की क्लास शुरू करने के लिए मल्टीपरपज स्कूल के प्रस्ताव को उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने खारिज कर दिया है। अब इसके लिए दूसरे विकल्पों की तलाश की जा रही है। स्कूल को देखे बिना उन्होंने पहले इसके लिए स्वीकृति दे दी थी, लेकिन जब रविवार को मौका देखा तो स्कूल की स्थिति और वहां पढ़ रहे 1045 छात्रों के भविष्य को देखते हुए प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया।
इसके बाद आरटीयू के इंजीनियरिंग कॉलेज के बारे में भी बात हुई, लेकिन इसके वीसी के कोटा से बाहर होने के कारण वे भवन नहीं देख पाईं। उन्होंने कहा कि शहर में अब दूसरी इमारतों को देखा जा रहा है। कोटा की ट्रिपल आईटी पिछले 5 साल से जयपुर में चल रही है।
इसे कोटा में शुरू करने के लिए पिछले दिनों जयपुर में चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में बैठक हुई थी, जिसमें बंद हो चुकी आईएल कॉलोनी को इसके लिए उपयोग करने पर सहमति बनी थी। इसके लिए कलेक्टर रोहित गुप्ता को जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन इसकी जमीन को लेकर चीफ सेक्रेटरी के यहां चल रहे विवाद के कारण इसका भी फैसला नहीं हो पाया।
इसलिए उसका फैसला पहले ही निरस्त कर दिया था। मंत्री ने कहा कि कोटा की ट्रिपल आईटी यहां शुरू होना चाहिए। वे चाहती हैं कि अगले सत्र की क्लास कोटा में ही लगे। इसके लिए भवन देखा जा रहा है। आरटीयू के इंजीनियरिंग कॉलेज पर भी विचार चल रहा है। अन्य भवन भी देख रहे हैं, इसके लिए दिल्ली की टीम आकर भवन को फाइनल करेगी।
दिल्ली की टीम करेगी फाइनल
मंत्री ने कहा कि कोटा की ट्रिपल आईटी यहां शुरू होना चाहिए। वे चाहती हैं कि अगले सत्र की क्लास कोटा में ही लगे। इसके लिए भवन देखा जा रहा है। आरटीयू के इंजीनियरिंग कॉलेज पर भी विचार चल रहा है। अन्य भवन भी देख रहे हैं, इसके लिए दिल्ली की टीम आकर भवन को फाइनल करेगी।
मंत्री माहेश्वरी के अनुसार उनसे मल्टीपरपज स्कूल में ट्रिपल आईटी शुरू करने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आग्रह किया था। हम भी चाहते हैं कि कोटा में यह चालू हो जाए, इसके लिए इसे स्वीकृति दे दी गई है। रविवार को सुबह भाजपा अध्यक्ष हेमंत विजय के साथ हुई बात में भी उन्होंने मान लिया था कि ट्रिपल आईटी को यहां शुरू कर दिया जाए, लेकिन जब वे मल्टीपरपज स्कूल पहुंची तो यहां की हालत देखकर दंग रह गई। यहां के कमरों की हालत दयनीय है।