Stock Market: सेंसेक्स 702 अंक उछल कर 75997 पर, निफ्टी 22950 के पार बंद

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नई दिल्ली। Stock Market Closed : घरेलू शेयर बाजार पिछले आठ ट्रेडिंग सेशन से जारी गिरावट का सिलसिला तोड़ते हुए सोमवार को आखिरकार हरे निशान में बंद हुए। इंडेक्स में हैवी वेटेज रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफ़सी बैंक (HDFC Bank) जैसे शेयरों में बढ़त की वजह से बाजार को समर्थन मिला। साथ ही निचले स्तरों पर खरीदारी ने भी बाजार को समर्थन दिया।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) सोमवार को 300 अंक गिरकर 75,641.41 पर खुला। खुलने के कुछ ही देर में यह 75,294 अंक तक फिसल गया। हालांकि, कारोबार के दूसरे भाग में यह 702.10 अंक की रिकवरी करते हुए 57.65 अंक या 0.08% चढ़कर 75,996.86 पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) भी गिरावट के साथ 22,809 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 22,725 तक गिर गया था। अंतिम घंटे में वापसी करते हुए निफ्टी 30.25 अंक या 0.13% बढ़कर 22,959 पर क्लोज हुआ।

टॉप गेनर्स एंड लूजर्स
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड, इंडसइंड बैंक, अदानी पोर्ट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी बैंक, ज़ोमैटो और टाटा मोटर्स चढ़कर बंद हुए। दूसरी तरफ महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक और आईटीसी के शेयर गिरकर बंद हुए

एफपीआई ने 1 लाख करोड़ निकाले
डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि 2025 में अब तक विदेशी निवेशकों (FIIs) का ऑउटफ्लो 99,299 करोड़ रुपये – 1 लाख करोड़ रुपये के करीब तक पहुंच गया है। अमेरिका के इम्पोर्ट पर हैवी टैरिफ लगाए जाने के बाद वैश्विक तनाव के चलते एफपीआई ने इस महीने के पहले दो हफ्तों में भारतीय बाजारों से 21,272 करोड़ रुपये निकाले। इससे पहले विदेशी निवेशकों ने जनवरी में 78,027 करोड़ रुपये निकाले थे।

हरे निशान में बंद होने की वजह
इंडेक्स में हैवी वेटेज रखने वाले एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में बढ़त ने बाजार में दम भरा। इन स्टॉक्स में खरीदारी ने निवेशकों की कंपनियों के सुस्त नतीजे और वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के सेंटीमेंट को संतुलित करने का काम किया। बाजार के जानकारों का कहना है कि ब्रोडर इंडेक्सिस में मामूली सुधार के बावजूद वैल्यूएशन आकर्षक नहीं है। हालांकि, अमेरिकी टैरिफ वार को लेकर अनिश्चितताओं में किसी भी तरह की कमी और गैर-जरूरी खर्च में सुधार के शुरुआती संकेतों से बाजार में तेजी का समर्थन करने में मदद मिल सकती है।