नैफेड ने 15 हजार क्विंटल घटिया मूंग पकड़ी

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बीकानेर । नैफेड ने 15 हजार क्विंटल घटिया मूंग पकड़ कर सरकार को 8.42 करोड़ रुपए के नुकसान से तो बचा लिया। लेकिन इस गड़बड़ी से दो महीने में हुई 23 हजार 816 क्विंटल मूंग की खरीद सवालों के घेरे में गई है। इसी प्रकार घटिया क्वालिटी की मूंगफली के भी मामले सामने आए हैं। नैफेड ने दोनों जिंसों की खरीद की जांच के लिए केन्द्रीय कृषि मंत्रालय को पत्र लिखा है।

जिले में इन दिनों 10 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर मूंगफली तथा इन्हीं में से तीन केन्द्र बीकानेर, नोखा और लूणकरणसर में मूंग की खरीद चल रही है। बीकानेर में 12 बीघा मंडी में नैफेड ने पिछले दिनों घटिया क्वालिटी का मूंग पकड़ा था।

दो ट्रकों में 1049 बोरी मूंग था, जिसमें 669 बोरी नोन फेयर एवरेज क्वालिटी का था। समर्थन मूल्य 5575 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से इसकी कीमत 8 करोड़ 41 लाख 93 हजार 650 रु. बनती है।

केंद्र से काली पड़ी मूंग-उड़द-मूंगफली की खरीद की अनुमति मांगी
सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने गुरुवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत एवं केन्द्रीय खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलात राज्य मंत्री सीआर चौधरी से मुलाकात की।उन्हें राज्य में चल रही समर्थन मूल्य पर खरीद के संबंध में मांग पत्र सौंपा।

राज्य में कई क्षेत्रों में मूंग, उड़द एवं मूंगफली की फसल पकने के समय बारिश हो गई थी जिससे उसके रंग में बदलाव गया था, नैफेड के मापदंडों के अनुसार ऐसे किसानों से इनकी खरीद नहीं हो पा रही थी।