कोटा। ओम कोठारी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट में शनिवार को ओम कोठारी ग्रुप एवं आईसीडी कोटा चेप्टर के संयुक्त तत्वावधान में कम्युनिकेशन स्किल्स एंड पब्लिक स्पीकिंग विषय पर अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि वीके जेटली ने कहा कि कम्युनिकेशन स्किल्स सफलता के लिए आवश्यक है। कम्युनिकेशन में आपके ड्रेसिंग सेंस, सॉफ्ट स्किल्स, नॉनवर्बल कम्युनिकेशन सभी का समावेश होता है। इनका उचित उपयोग किसी भी व्यक्ति को विभिन्न मौकों पर सफलता दिलवा सकता है।
इसके पश्चात ओमान से आए वक्ताओं की टीम ने विभिन्न लघु गतिविधियों द्वारा सभी को कम्युनिकेशन स्किल्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने बताया कि पब्लिक स्पीकिंग सफलता के लिए महत्वपूर्ण है, किंतु इसका कोई शॉर्टकट नहीं है। कम्युनिकेशन स्किल्स व पब्लिक स्पीकिंग को केवल प्रैक्टिस के जरिए ही मजबूत किया जा सकता है।
उन्होंने विभिन्न विद्यार्थियों को स्टेज पर बुलाकर एक्टेंपोर (Actempore) जैसी गतिविधियों के माध्यम से बोलने की शुरुआत करने के लिए कहा। इसके पश्चात अंग्रेजी भाषा के प्रयोग को सुदृढ़ बनाने के लिए उन्होंने कहा कि वोकैबलरी को सीखकर उसके प्रयोग को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा यह सब एक दिन में नहीं होगा। किंतु एक दिन अवश्य होगा। इसके पश्चात उन्होंने पब्लिक स्पीकिंग के साथ-साथ लिसनिंग का महत्व भी बताया। एक्टिव लिसनिंग के जरिए ही अच्छी पब्लिक स्पीकिंग संभव है।
पूर्व आइएसटीडी नेशनल प्रेसिडेंट अनीता चौहान ने कहा कि जॉब केवल डिग्रियों के जरिए नहीं पाई जा सकती। इसके लिए कम्युनिकेशन स्किल्स आवश्यक है। प्रोफेसर संजय गोयल ने एक कहानी के माध्यम से कहा कि बोलने की शुरुआत आज से ही करनी चाहिए। अगर हम सच्चे दिल से प्रयास करते हैं तो परिस्थितियां स्वतः अनुकूल बन जाती हैं। कार्यक्रम के अंत में वर्कशॉप कन्वीनर डॉ मीनल जैन ने सभी उपस्थित जनों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यशाला के दौरान प्राचार्या डॉ. गीता गुप्ता, डॉ. स्नेह लता धर्मावत, एमबीए एचओडी मोहित पंत, गायत्री शक्तिपीठ के प्रमुख यज्ञदत्त हाडा, आईएसटीडी कोटा चैप्टर के सेक्रेटरी समीर भार्गव, डॉ कृष्णेन्द्र सिंह, विशाल सचदेवा, सुजाता तातेड, डॉ. अन्नपूर्णा भार्गव, कार्यशाला कन्वीनर डॉ. मीनल जैन, संचालक प्रतीक गुप्ता, व्याख्याता गण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।