होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग की बूंदी जिला इकाई की कार्यकारिणी की बैठक
कोटा। होटल फेडरेशन आफ राजस्थान कोटा संभाग की बूंदी जिला कार्यकारिणी की बैठक बुधवार को फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान कोटा सम्भाग के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी की अध्यक्षता में संपन्न हुई । बैठक में होटल फेडरेशन बूंदी जिला इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप चांदवानी, उपाध्यक्ष मुकेश श्रृंगी, सचिव लोकेश सुखवाल, सह कोषाध्यक्ष भगवान मंडावरा, एवं सलाहकार बोर्ड के महेश पाटौदी सहित कई होटल रिसोर्ट एवं पर्यटन से जुड़े व्यवसायियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर होटल फेडरेशन की बूंदी इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप चांदवानी ने कहा कि होटल व्यवसाय को सरकार द्वारा उद्योग का दर्जा दिए काफी समय हो गया है। लेकिन अभी भी होटल व्यवसाई इस नीति में घोषित लाभों से वंचित हैं। सरकार द्वारा अलग से परिपत्र जारी कर उद्योग नीति में पर्यटन उद्योग से जुड़े उपभोक्ताओं को बिजली के बिलों में छूट दी गई है। परंतु अभी भी 80% होटल रिसोर्ट व्यवसाई इससे वंचित हैं। क्योंकि इसका प्रचार -प्रसार ही नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि कई प्रकार की खानापूर्ति अलग-अलग विभागों के माध्यम से पूरी करने की बात कही गई है, जिसे पूरा करने में व्यवसाइयों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अतः इन सभी विभागों की खानापूर्ति करने के बजाय पर्यटन विभाग को समस्त अधिकार दिए जाएं , जिससे व्यवसाई को दर- दर नहीं भटकना पड़े।
राजस्थान निवेश योजना के तहत सभी लाभ पर्यटन उद्योग से संबंधित होटल रिसोर्ट एवं सेवा क्षेत्र के लिए लागू किए गए हैं, जिसकी जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अधिकतम ब्याज छूट जीएसटी निवेश, सब्सिडी विद्युत शुल्क, रोजगार सब्सिडी, ग्रीन इंस्टिटेटिव स्कीम प्रमुख रूप से शामिल है। बैठक में इन सभी प्रावधानों की विस्तार जानकारी दी गई।
बैठक में उपाध्यक्ष मुकेश श्रृंगी एवं सचिव लोकेश सुखवाल ने बताया कि उनके द्वारा बूंदी के बाहरी क्षेत्रो में पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण से होटल एवं रिसोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन मूलभूत सुविधाओं के अभाव में कई रिर्सोर्ट एवं होटल का निर्माण पूरा होने के बाद भी वहां अभी तक बिजली के कनेक्शन राजस्थान राज्य विद्युत मंडल द्वारा नहीं दिए जाने से वे लोग उनका संचालन भी नहीं कर पा रहे हैं।
यह एक बड़ी विडंबना है कि अगर कोई भी व्यवसाई होटल रिसोर्ट में निवेश करके ग्रामीण एवं शहर के बाहरी क्षेत्रों में अपना रिसोर्ट होटल बनाते हैं। क्योंकि शहरी क्षेत्रों मे जगह के अभाव में नहीं बनाई जा सकती है। ऐसी परिस्थितियों में शहर के बाहर बनाए गए होटल रिसोर्ट वाटर पार्क को बिजली कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं, जिसे उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। बैठक में सह कोषाध्यक्ष भगवान मंडावरा एवं सलाहकार बोर्ड के महेश पाटोदी ने कहा कि सरकारी स्तर पर जब तक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई जाएगी तब तक पर्यटन के क्षेत्र में विकास नहीं होगा।
जैसे पर्यटक स्थलों के आसपास सड़कों का निर्माण, पर्यटक विश्राम गृह, सुलभ शौचालय, निर्बाध बिजली की आपूर्ति का होना अति आवश्यक है ।उन्होंने कहा कि सरकार एवं पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन स्थलों के रखरखाव और उन्हें और आकर्षक सुविधा जनक बनाना भी अति आवश्यक है।
बैठक में होटल फेडरेशन कोटा संभाग के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने कहा कि पूरे राजस्थान में पर्यटन व्यवसाय अर्थव्यवस्था एवं रोजगार का प्रमुख जरिया है। हाडोती में भरपूर पर्यटन सम्पदा है। क्या कारण है कि आज भी सरकारी योजनाओं का लाभ 20% लोग भी नहीं उठा पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि होटल फेडरेशन इन योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। लेकिन सरकारी स्तर पर इन योजनाओं का सरलीकरण हो ताकि इस क्षेत्र के लोगों को फायदा मिल सके। साथ ही ऐसे निवेशक जो इस क्षेत्र में निवेश कर चुके हैं, लेकिन उनको बिजली के कनेक्शन व सीधी सड़क की सुविधा नहीं मिल पा रही है, उनके लिए होटल फेडरेशन प्रशासनिक स्तर पर बात करेगी।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर प्रोत्साहन मिलता है तो हाडोती क्षेत्र में पर्यटक के विकास को दृष्टिगत रखते हुए देश -प्रदेश एवं स्थानीय बड़े निवेशक हाडोती क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होटल रिसोर्ट के निर्माण में निवेश कर सकते हैं। क्योंकि हाडोती क्षेत्र में रमणीय पर्यटक स्थलों की भरपूर सम्पदा है, जो इस क्षेत्र के पर्यटक विकास में कारगर सिद्ध हो सकती है।
इस अवसर पर होटल फेडरेशन आफ राजस्थान कोटा सम्भाग की बूंदी जिला इकाई के नवनिर्वाचित वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप चांदवानी, उपाध्यक्ष मुकेश श्रृंगी, सचिव लोकेश सुखवाल, सह-कोषाध्यक्ष भगवान मंडावरा एवं सलाहकार बोर्ड के महेश पटौदी के मनोनयन पर बूंदी जिले के समस्त होटल रिसोर्ट व्यवसाईयों ने उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया।