किसी ने हॉस्टल की शिकायत की तो, किसी ने कैब की, किसी ने असामाजिक तत्वों की
कोटा। राजस्थान के कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के साथ कोटा सिटी एसपी डॉक्टर अमृता दुहन ने सीधा संवाद किया। इस दौरान कोचिंग स्टूडेंट ने अपनी समस्याएं सिटी एसपी को बताईं। इसमें चौंकाने वाली शिकायतें सामने आईं। स्टूडेंट्स की शिकायत रही कि हॉस्टल-पीजी वाले उनसे बिजली के 12 से 15 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से पैसे वसूलते हैं।
एक दोस्त के हॉस्टल में आठ रुपये प्रति यूनिट चार्ज लिया जाता है। शिकायतकर्ता स्टूडेंट्स ने कहा कि ‘मेरे हॉस्टल में 12 चार्ज कर रखे हैं। एक हॉस्टल में 10 रुपये तो एक पीजी में 15 रुपये प्रति यूनिट चार्ज वसूले जा रहे हैं। क्या इस तरह अलग-अलग दर से बिजली का पैसा लेना सही है।’ इस तरह के सवाल सीधे संवाद कार्यक्रम में सिटी एसपी के सामने उठे।
एसपी और स्टूडेंट्स के बीच बूंदी रोड स्थित एसजीएन गार्डन में शनिवार शाम को हुआ था। कोचिंग छात्र के बिजली बिल वसूली के सवाल पर एसपी दुहन चौंक गई। एक ही शहर में हॉस्टल पीजी वाले अलग-अलग बिजली चार्ज वसूल रहे हैं। अलग-अलग रेट पर ऐसा क्यों? बिजली बिल वसूले जा रहे हैं।
सिटी एसपी ने पुलिस अधिकारियों और हॉस्टल एसोसिएशन के पदाधिकारियों से पूछा तो किसी के पास कोई जवाब नहीं था। तब एसपी ने जिला प्रशासन हॉस्टल एसोसिएशन और अन्य जिम्मेदारों से बात करके इस समस्या को दूर करने का वादा स्टूडेंट से किया। कार्यक्रम में 15 स्टूडेंट ने सवाल किए, जिनके जवाब एसपी ने दिए।
एक छात्र बोला कि कैब कंपनियां मनमाना किराया वसूलती हैं। पहले बोलते है 60 रुपये लेंगे। बुक करने के बाद 80 रुपये कर देते हैं। बुकिंग खुद कैंसिल नहीं करते और हमसे करवाते हैं। इसका नुकसान हमें होता है। एसपी ने कहा कि यह गलत है, कंपनियों और ऑटो चालकों के प्रतिनिधियों को बुलाकर पाबंद किया जाएगा।
एक छात्र ने कहा कि ‘मेरे भाई का मोबाइल चोरी हो गया। जवाहर नगर थाना पुलिस को शिकायत दी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। चोरी करने वाले सामने से निकलते हैं। लेकिन कुछ नहीं कर पाते, डर लगता है कि वह मारपीट ना कर दें। एसपी ने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है। अलग से अपना नाम, नंबर नोट करवा दें, वह खुद कल ही इस पर कार्रवाई करवाएंगी।
एसपी से एक छात्रा ने कहा कि ‘मैं कोचिंग से रूम में जाती हूं, तो ब्रोकर गलत-गलत कमेंट करते हैं।’ इस पर एसपी ने कहा कि आप लोकेशन दें, सख्त एक्शन लिया जाएगा। यह बर्दाश्त के बाहर है। इसके लिए अभियान भी चला रहे हैं।