कोटा। शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पाटनपोल पर रविवार को रथयात्रा मनोरथ होगा। वल्लभ संप्रदाय प्रथम पीठ के युवराज मिलन कुमार बावा ने बताया कि पुष्टिमार्ग में आषाढ़ शुक्ला द्वितीया और तृतीया को पुष्य नक्षत्र पर रथ यात्रा महोत्सव होता है।
उन्होंने बताया कि महोत्सव के दौरान मथुराधीश प्रभु रथ पर सवार होकर निज तिबारी में भक्तों को दर्शन देंगे। प्रभु को मंगला आरती के बाद अभ्यंग कराया जाएगा। पहले दर्शन प्रातः 10 बजे होंगे। मनोरथ के दौरान मथुराधीश प्रभु रथ पर सवार होंगे।
गोस्वामी मिलन कुमार बावा ने बताया कि रथ यात्रा के बाद से प्रभु की ग्रीष्मकालीन सेवा प्रणाली में भी बदलाव कर दिया जाता है। रथ यात्रा महोत्सव के बाद प्रभु के सामने जल का छिड़काव, फव्वारा, खस, कुंजा और चंदन के परदे हटा दिए जाते हैं। सिंहासन के सामने जल का प्रयोग भी बंद कर दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि प्रभु के राजभोग में दही भात, पना समेत अन्य शीतल सामग्री बन्द हो जाएगी। प्रभु को भोग में आम, जामुन, अंकुरी, आमरस और आम व खोपरा से बनी अन्य सामग्री अर्पित की जाएगी। वर्षा काल के समय प्रभु के कीर्तनों में राग मल्हार की आलापचारी प्रारंभ होगी।