विपक्ष के हंगामा के बीच राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही 10 जुलाई तक स्थगित

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जयपुर। राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही 10 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन में रीको के वार्षिक प्रतिवेदन पर चर्चा हुई। 14 विधायकों ने चर्चा में भाग लिया। विधानसभा में मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने बयान देते हुए कहा कि आज विपक्ष इस अहम चर्चा से गायब रहा।

उन्होंने कहा कि मदन तो बहाना सदन की चर्चा से भागना था। प्रदेश की तरक्की से और उद्योगों के विकास से लगता है कांग्रेस को कोई लेना-देना नहीं। आज देश दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। हमें राजस्थान को ट्यूरिज के साथ योद्धाओं की धरती के साथ ही औद्योगिक राज्य बनाना है। पिछली सरकार के सीएम शायद एक विधानसभा तक के मुख्यमंत्री बन कर रह गए।

उल्लेखनीय है कि 16वीं राजस्थान विधानसभा का आज दूसरा सत्र था। प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई। तारांकित प्रश्नों की सूची में 19 प्रश्न है। अतारांकित प्रश्नों की सूची में 21 प्रश्न है। मुख्यमंत्री से जुड़े विभाग, वित्त,कृषि, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य,शिक्षा, पशुपालन, डेयरी, संसदीय कार्य विभाग से संबंधित सवाल-जवाब हो रहे है।

आपको बता दें कि फिर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के जवाब पर हंगामा हुआ। वेल में BAP विधायक पहुंचे। हाथों में पोस्टर लिख कर BAP विधायक लाए। मदन दिलावर त्याग पत्र देने की विपक्षी विधायक मांग कर रहे है। दिलावर ने कहा कि आदिवासियों का कांग्रेस अपमान कर रही है। कांग्रेस हिंदुओं की दुश्मन है.आज जैसे ही अपने विभाग का जवाब देने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर उठे। विपक्ष ने आदिवासी DNA बयान वाला मुद्दा उठाया।

विपक्ष द्वारा शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का विरोध किया गया। आदिवासियों के DNA जांच की टिप्पणी को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया, जब मंत्री दिलावर सवाल का जवाब देने खड़े हुए तो विपक्षी सदस्यों ने जमकर नारे लगाए। विपक्षी सदस्यों ने दिलावर का जवाब सुनने से इनकार कर दिया।

इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्य भी खड़े होकर जोर-जोर से बोलने लगे। शोरगुल के बीच मदन दिलावर ने सवाल का जवाब दिया। स्कूलों में ऑनलाइन पोर्टल को लेकर सवाल पूछा गया था। शोरगुल के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने अगला सवाल पुकार लिया। इसके बाद भी विपक्षी सदस्य खड़े होकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते रहे।