एफएसएसएआई ने देश भर के 111 मसाला उत्पादकों का निर्माण लाइसेंस रद्द किया

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नई दिल्ली। Spice producers License cancelled: अप्रैल 2024 में जब सिंगापुर एवं हांगकांग में भारत की दो शीर्ष कंपनियों के कुछ मसाला उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाने की घोषणा हुई थी तब भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) और मसाला बोर्ड की सक्रियता बढ़ गई।

प्राधिकरण ने देश के अंदर विभिन्न नगरों में मसालों का सैम्पल एकत्रित करना शुरू कर दिया और फिर प्रयोगशालाओं में इसकी क्वालिटी की जांच करवाई। इसकी रिपोर्ट के आधार पर प्राधिकरण ने देश भर के 111 मसाला उत्पादकों का निर्माण लाइसेंस रद्द करते हुए उसे तत्काल प्रभाव से मसाला उत्पादों का निर्माण (उत्पादन) बंद करने का निर्देश दिया है।

जानकार सूत्रों के अनुसार मसाला उत्पादों के सैम्पल को एकत्रित करने तथा उसकी प्रयोगशाला जांच करवाने की प्रक्रिया अब भी जारी है और कुछ अन्य फर्मों एवं ब्रांडों के निर्माण लाइसेंस को आगे रद्द किया जा सकता है।

ध्यान देने की बात है कि प्राधिकरण द्वारा समूचे देश में मसाला उत्पादों के करीब 4000 सैम्पल का प्रयोगशाला परीक्षण करवाया जा रहा है। इसमें अनेक नामचीन एवं लोकप्रिय कंपनियों के मसाला उत्पाद भी शामिल है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्राधिकरण ने मसाला उत्पादों के 2200 सैम्पल का परीक्षण करवाया जिसमें से 111 सैम्पल गुणवत्ता के बुनियादी मानक पर खरा नहीं उतरा। इन मसाला उत्पादों के निर्माताओं का लाइसेंस रद्द कर दिया गया। समझा जाता है कि प्राधिकरण के अधीनस्थ परीक्षण केन्द्रों की संख्या कम है इसलिए जांच परीक्षण करके रिपोर्ट देने में देर हो रही है। इससे परिणाम की प्रतीक्षा करने वाली अनेक कंपनियां, दुविधाग्रस्त हैं।

किन-किन फर्मों का निर्माण लाइसेंस आगे रद्द हो सकता है इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है मगर इतना अवश्य है कि प्रधिकरण के इस निर्णय से भारतीय मसाला बाजार में तहलका मचा हुआ है। केरल, तमिलनाडु के साथ-साथ गुजरात, महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश के छोटे-छोटे मसाला निर्माताओं पर गाज गिरने की संभावना है।