देर रात को पढ़ाई करने से हार्मोन्स होते हैं डिस्टर्ब :डॉ नीलम

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डॉ. नीलम खंडेलवाल एक कोचिंग संस्थान में सम्बोधन देती हुई।

कोटा। क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. नीलम खण्डेलवाल ने रेजोनेंस कोचिंग संस्थान की छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि देर रात तक पढ़ाई करने से शरीर के हार्मोन्स डिस्टर्ब हो जाते हैं। संतुलित खान पान पर और जीवन शैली से स्वस्थ रहना आसान है।

उन्होंने गत दिवस कहा कि खान पान और जीवन शैली में आए जबर्दस्त बदलाव के कारण सर दर्द,कमजोरी,पेट की तकलीफें,अवसाद एवं पीसीओडी जैसी बीमारियां फैल रही है। डॉ. नीलम खण्डेलवाल ने बताया कि खाली पेट कभी चाय व काफी नहीं पीना चाहिए। दिन की शुरूआत एक फल से करनी चाहिए।

पूरे दिन दो दो घण्टे के अंतराल में हल्का भोजन लेना चाहिए।नाश्ते में कॉर्नफ्लेक्स और हाई फाईबर ओट्स जैसे पैकेट बंद उत्पादों की जगह पोहा,उपमा,सैंडविच आदि खाना चाहिए।मेस के खाने में जो पोषण की कमी रह जाती है उसे ड्राय फ्रूट्स,मूंगफली, नारियल एवं घर के बने लड्डू तथा मठरी से पूरा किया जा सकता है।

मेस से अपने पसंद की डिमांड करें,डिमांड होगी तभी सप्लाई होगी। सप्लाई से डिमांड नहीं होती। उन्होंने कहा कि विदेशों से आने वाले फल प्रिजर्वेटिव केमिकल में डूब कर आते हैं। उनसे बचें। हमारे यहां के फल सस्ते होगें और स्वास्थ्य के अनूकूल भी। बच्चों को व्यायाम और खेलों के लिए समय निकालना चाहिए।