राजस्थान के विकास विजन 2047 को लेकर शहर के व्यापारियों, उद्यमियों ने किया मंथन

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कोटा। राजस्थान के विकास विजन 2047 को लेकर मंगलवार को मुकुंदरा स्थित कर भवन पर वाणिज्य कर विभाग, कोटा व्यापार महासंघ, दी एसएसआई एसोसियेशन एवं टैक्स बार एसोसिएशन की संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि विकसित राजस्थान 2047 के विजन को लेकर मेक इन इंडिया की तर्ज पर मेक इन राजस्थान को शामिल करना होगा।

राज्य के तीन प्रमुख व्यवसाय यहां के आर्थिक स्तंभ जिसमें मुख्य रूप से पर्यटन, खनन, कृषि व्यवसाय शामिल हैं। तीनों ही क्षेत्र में राज्य उस अनुपात में विकास नहीं कर पाया है, जितने संसाधन हमारे पास उपलब्ध हैं। इसका मुख्य कारण सरकारी नीतियों की खामियां, बिजली की दरो में अधिकता और इन क्षेत्रों मे निवेश करने वालों को विभाग द्वारा सही मार्गदर्शन का अभाव है।

राज्य का प्रमुख उद्योग कोटा स्टोन, सेंड स्टोन एवं मार्बल उद्योग दम तोड़ता जा रहा है। इसका मुख्य कारण टाइल्स का बहुतायात में उपयोग होना है। जिसके उद्योग गुजरात में स्थापित हो चुके हैं। जबकि रॉ मैटेरियल राजस्थान से जाता है। राजस्थान सरकार की गलत नीतियों एवं बिजली की दरो की अधिकता के कारण राजस्थान का यह उद्योग स्थापित नही हो पाये हैं। जबकि गुजरात सरकार द्वारा इन उद्योगों को रियायती दरों पर भूमि उपलब्ध कराने के साथ-साथ बिजली सहित कई अन्य छूटें वहां के उद्यमियों को दे रखी हैं।

उद्यमियों द्वारा बार-बार यह मांग की जाती है कि राज्य के सरकारी दफ्तरों एवं राजकीय कार्यों में कोटा स्टोन एवं सेंड स्टोन का उपयोग अनिवार्य हो , कोटा में स्टोन मार्ट का आयोजन हो एवं स्टोन पार्क की स्थापना हो।

हाडौती को पर्यटक सर्किट मे शामिल किया जाए
होटल फेडरेशन आफ राजस्थान के संभागीय अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने कहा कि हाडौती में भरपूर पर्यटन स्थल होते हुए भी सरकारी प्रोत्साहन के अभाव में कोटा संभाग पर्यटक स्थल के रूप में अपना स्थान नहीं बना पाया है। उसके लिए हाडोती को राज्य सरकार द्वारा पर्यटक सर्किट मे शामिल किए जाने की घोषणा शीघ्र की जानी चाहिए। साथ ही पर्यटन फेयर का आयोजन कोटा मे होना चाहिए। ताकि यहां पर आने वाले पर्यटकों को स्थलो की पूर्ण जानकारी मिल सके।

टूर एजेंसियों की एक बड़ी कार्यशाला हो
राष्ट्रीय प्रदेश स्तर के टूर ऑपरेटर एवं टूर एजेंसियों की एक बड़ी कार्यशाला कोटा में आयोजित हो। एजेंसियों को पूरे हाडोती के पर्यटक स्थलों ऐतिहासिक स्थलो का भ्रमण करवाकर उनकी पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जानी चाहिए, जिससे उनके माध्यम से देश-विदेश के पर्यटक सर्किट में हाडोती को शामिल किया जा सके। , इसके लिए होटल फेडरेशन पूरी तरह तैयार है।

हाडौती के पयर्टन क्षेत्रों के भ्रमण का आयोजन
इसी संदर्भ में सितंबर माह में हाडौती के पयर्टन क्षेत्रों के भ्रमण का आयोजन किया जा रहा हैं । पर्यटन के लिए अभी कोटा में पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित नहीं हो पाया है, जिस तरह से गाइड अच्छे होटल ट्रांसपोर्ट आदि इसके लिए हाडोती संभाग में इसकी सतत् आवश्यकता है। वह तभी संभव है जब सरकार पर्यटन सर्किट में हाडोती को सम्मिलित करे।

रीको के अड़ंगे क्यों
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जब होटल पर्यटन नीति के साथ पर्यटन को उद्योग का दर्जा दे दिया गया है, तो कोटा में रीको औद्योगिक क्षेत्र में इसे क्यो पाबन्द किया गया है। अतः रीको द्वारा होटल व्यवसाय को स्थापित करने की परमिशन दी जानी चाहिए।

कोटा में लगे बड़े उद्योग
दी एसएसआई एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंदराम मित्तल, अध्यक्ष मनीष माहेश्वरी ने बताया कि राजस्थान में दो बड़े उद्योग आने वाले हैं, अगर यह उद्योग हाडौती क्षेत्र में लग जाते हैं, तो यहां पर छोटे-मोटे उद्योग तो अनेक लग जाएंगे। साथ ही जो दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे भारतमाला प्रोजेक्ट बना रहा है। अगर इसके इन एवं एग्जिट प्वाइंट पर रेलवे की तरह रोड कॉरिडोर डिपो बना दिया जाए, जिससे ट्रांसपोर्टेशन को भी संबल मिलेगा।

गिफ्ट सिटी बने
उन्होंने कहा कि पुराने हवाई अड्डे जो बंद पड़े हुए हैं उनकी जमीन पर ड्रोन होम सर्विस शुरू की जाए। जिसकी आधुनिक सर्विस सिस्टम की तरह शुरुआत कोटा में की जा सकती है। अभी विदेश में यह सर्विस चल रही है। कोटा के आसपास के क्षेत्र मे गिफ्ट सिटी के लिए काफी इंफ्रास्ट्रक्चर है। यहा गिफ्ट सिटी बने, जिसमें सरकार द्वारा सभी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

कोटा में अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे की स्थापना हो
कोटा में अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे की स्थापना हो, साथ ही हवाई सेवा भी शुरू होना चाहिए। ताकि कोटा में वृहद उद्योगों की स्थापना हो सके, जिसकी यहां महति आवश्यकता है। जीएसटी के स्लेबस को घटाकर दो ही स्लेब किये जाएं। 6% एवं 15% अगर किए जाते हैं, तो सरकार की भी रेवेन्यू बढ़ेगी। लघु उद्योग भारती के पूर्व सचिव अंकुर गुप्ता ने कहा कि कृषि उद्योग के विकास के लिए लाइसेंस प्रणाली एवं नियमों में सरलीकरण हो।

औद्योगिक, पर्यटन व कृषि नगरी बनाने के प्रयास होंगे
वाणिज्य कर विभाग के उपायुक्त शिवेंद्र सक्सेना ने बताया कि कोटा को शिक्षा नगरी के साथ-साथ औद्योगिक, पर्यटन व कृषि नगरी बनाने के लिए सरकारी स्तर पर सभी प्रयासों की आवश्यकता है। वे यहां के विज़न को राज्य सरकार तक भेज कर इन बातों को अमल में लाने का पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है शहर को मेडिकल, टूरिज्म, स्टार्टअप आईटी सेक्टर को विकसित करने की। सर्विस सेक्टर भी एक बहुत बड़ा व्यवसाय बन चुका है। अतः इन सभी क्षेत्रों के विकास के लिए हम सतत प्रयास करेंगे। ताकि हाडौती के साथ साथ राजस्थान का विकास हो सके। बैठक में दी एसएसआई के अध्यक्ष मनीष माहेश्वरी, टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रिषभ मित्तल एवं सचिव हितेश दयानी ने भाग लिया ।