होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक रविवार को
कोटा। होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान की प्रदेश कार्यकारिणी की 16 जून रविवार को कोटा में होने वाली बैठक की तैयारियों को लेकर गुरुवार को हाडोती क्षेत्र के होटल, रिसोर्ट एवं पर्यटन से जुड़े व्यवसाईयों, व्यापार और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों की एक बैठक माहेश्वरी रिसॉर्ट बूंदी रोड पर हुई ।
होटल फेडरेशन आफ राजस्थान की कार्यकारिणी सदस्य एवं कार्यक्रम संयोजक अशोक माहेश्वरी ने बताया कि 16 जून रविवार को प्रातः 11 बजे होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक छावनी स्थित होटल माहेश्वरी जलसा में होगी।
बैठक में होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष हुसैन खान, संरक्षक सुरेंद्र सिंह शाहपुरा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रणविजय सिंह, सचिव शैलेश प्रधान, उपाध्यक्ष अनुराग गर्ग, कोषाध्यक्ष संदीप जोगिया, संयुक्त सचिव अंशुल सरावगी सहित समस्त कार्यकारिणी सदस्य जो राज्य के विभिन्न शहरों जयपुर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर, बीकानेर एवं पुष्कर सहित अन्य शहरो से इस कार्यकारिणी सभा मे भाग लेने के लिए कोटा आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 16 तारीख की बैठक की तैयारी को लेकर ही यह बैठक बुलाई गई थी।
बैठक में पर्यटन विभाग कोटा जोन के डिप्टी डायरेक्टर विकास पांडे, हाडोती टूरिज्म डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष रविंद्र सिंह तोमर, उपाध्यक्ष नीरज भटनागर, सचिव अलौकिक जैन, सहित सम्भाग के होटल रिसोर्ट से जुड़े 50 से अधिक संचालक, दी एसएस आई एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष माहेश्वरी, सचिव अनुज माहेश्वरी, पूर्व अध्यक्ष अमित सिंघल, पवन लालपुरिया, विपिन सूद, कोटा व्यापार महासंघ के उपाध्यक्ष नंदकिशोर शर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, कोषाध्यक्ष राजेंद्र कुमार जैन, हाडोती कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष राजेश गुप्ता, टूर एंड ट्रेवल्स ग्रुप के संदीप कोठारी सहित कई व्यापारी एवं उद्यमी मौजूद थे ।
बैठक में पर्यटक विभाग कोटा जोन के डिप्टी डायरेक्टर विकास पांडे ने कोटा में पर्यटन की भरपूर संभावनाएं बताते हुए कहा कि सभी वर्गों द्वारा प्रयास किए जाएं तो कोटा को पर्यटन की दृष्टि से देश के मानचित्र पर प्रमुख नगरी के रूप में स्थापित किया जा सकता है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिए जाने से क्षेत्र में निवेशक और विकास में दी जाने वाली छूटों के प्रावधानों के बारे में भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कोटा पर्यटन विभाग देश भर से आने वाले पर्यटकों को संपूर्ण जानकारी देने के लिए इनके भ्रमण एवं गाइड के लिए भरपूर प्रयास कर रहा है। साथ ही पर्यटन स्थलों को किस तरह से और अधिक आकर्षित बनाया जाए क्या-क्या सुविधा उपलब्ध कराई जाए, उसके लिए भी अन्य विभागों के साथ सामंजस्य स्थापित कर रहा है।
उन्होंने कहा पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन नीति के तहत बिजली के बिलों में 25% की छूट एवं भूमि रूपांतरण पर कोई चार्ज नहीं लिया जाता है। लेकिन जानकारी के अभाव में लोग इसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं। इसके लिए होटल एसोसिएशन स्तर पर प्रयास होने चाहिए ।
हाडोती टूरिज्म डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष प्रेम सिंह तोमर, उपाध्यक्ष नीरज भटनागर, सचिव अलौकिक जैन ने बताया कि पर्यटकों के लिए कोटा में हेरिटेज होटल की स्थापना की आवश्यकता है। जहां पर आने वाले पर्यटकों को गाइड से लेकर ट्रांसपोर्ट एवं पर्यटन स्थल की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध हो सके।
होटल फेडरेशन आफ राजस्थान के कार्यकारिणी सदस्य एवं कार्यक्रम संयोजक अशोक माहेश्वरी ने बताया कि कोटा के होटल एवं रिसॉर्ट व्यवसाईयों की ओर से होटल फेडरेशन आफ राजस्थान की कार्यकारिणी की बैठक कोटा में करने का प्रस्ताव उनके द्वारा रखा गया था, जिसे स्वीकार करते हुए कोटा में रविवार को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया की बैठक का मुख्य उद्देश्य हाडोती क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि अभी तक कोटा को पर्यटन सर्किट से बाहर रखा हुआ है। आज भी पर्यटन विभाग द्वारा जो पर्यटन फेयर का आयोजन किया जाता है, जिसमें हाडोती का कहीं भी नाम नहीं है। जबकि अन्य पर्यटक स्थलों पर इस तरह के फेयर आयोजित होते रहते हैं, जहां पर देश भर के टूर ऑपरेटर को बुलाकर उनके माध्यम से उन क्षेत्रों के पर्यटन स्थलों को प्रमोट करने का प्रयास किया जाता है। उनका इस दिशा में प्रयास है कि हम हाडोती को भी पर्यटक शहर बनाने के लिए पर्यटक फेयर कोटा में आयोजित करने के प्रयास करें।
कोटा शहर पूरे देश की कनेक्टिविटी से जुड़ा हुआ है और बेहतरीन पर्यटक स्थलों की यहां पर भरमार है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा कि प्रदेश के अन्य पर्यटक स्थलों के साथ- साथ हाडोती क्षेत्र को भी पर्यटन सर्किट में शामिल किया जाए। साथ ही पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने वालों को दी जा रही छूट का भी प्रचार प्रसार किया जाए, जिससे इस क्षेत्र में लोग ओर निवेश कर सकें।
उन्होंने बताया कि टूरिज्म के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की स्थापना हो एवं राजस्थान टूरिज्म बोर्ड का गठन किया जाए। साथ ही कोटा में पर्यटन मुख्यालय की स्थापना हो। इन सब बातों को लेकर प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में चिंतन किया जाएगा।
बैठक में कोटा के व्यापारिक एवं औद्योगिक संगठनों ने भी शामिल होकर कोटा को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने की बात कही। यह आर्थिक रूप से शहर को मजबूती प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। सभी ने एकमत होकर कहा कि कोटा पर्यटन की दृष्टि से परिपूर्ण नगरी है और पर्यटक नगरी के रूप में अपना स्थान रखता है इसके लिए सभी को संयुक्त प्रयास किए जाएं तो हम सब कोटा सहित हाडोती को पर्यटन नगरी रूप में स्थापित कर देश के मानचित्र पर लाने में सफल होंगे।
बैठक में होटल एवं रिसोर्ट व्यवसाई संदीप पहाड़िया, नेवालाल गुर्जर, राजकुमार माहेश्वरी, मुरली नुवाल,राजेंद्र श्रृंगी, जवाहर बंसल, सचिन माहेश्वरी, इन्दरजीत, हेमन्त जैन, सन्दीप रुंगठा, अमन सुवालका, सन्दीप कोठारी एवं व्यापारिक संगठनो के विनोद गोतम, मनीष बंसल, अशोक लड्डा, भुवनेश लाहोटी, राजीव मित्तल, अक्षय मालवीय, पंकज जायसवाल और सुनील जायसवाल सहित पदाधिकारी शामिल थे