नई दिल्ली। Almond Price: अप्रैल माह में गत तीन वर्षों में सर्वाधिक बादाम का आयात किए जाने के कारण बादामगिरी की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष अप्रैल 2021 में 750 कंटेनर बादाम का आयात किया गया था जबकि अप्रैल 2022 में 864 कंटेनर एवं अप्रैल 2023 में 626 कंटेनर बादाम का आयात व्यापार हुआ था। मगर अप्रैल 2024 में 1042 कंटेनर का व्यापार किया गया है जबकि मार्च 2024 में 747 कंटेनर एवं फरवरी-2024 में 850 कंटेनर बादाम का व्यापार हुआ था।
सूत्रों का मानना है कि पहले से ही गर्मी का सीजन होने के कारण बादामगिरी में लिवाल कम है। वर्तमान में बढ़ते आयात के कारण कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। जिस कारण से आज दिल्ली बाजार में बादामगिरी के भाव 10 रुपए प्रति किलो मंदे के साथ बोले गए।
मगज-तरबूज मंदा: मगज-तरबूज की कीमतों में मन्दा रहा। सूत्रों का कहना है कि गत दिनों सरकार द्वारा आयात खोल दिए जाने के कारण आयातित माल की बाजार में सप्लाई बढ़ गई है जबकि हाजिर में लिवाल कम है।
जिस कारण से आज मगज-तरबूज के भाव 15/20 रुपए प्रति किलो तक मंदे के साथ बोले गए। उल्लेखनीय है कि गत दिनों सरकार ने एक मई -2024 से मगज-तरबूज का आयात खोल दिया था।
जिस कारण से मगज-तरबूज के भाव दिन-प्रतिदिन घट रहे हैं। चालू माह के शुरू में जोधपुर मंडी में मगज-तरबूज सूडान का भाव 495/500 रूपए एवं देसी का भाव 465 रूपए प्रति किलो बोला जा रहा था।
जबकि दिल्ली बाजार में भाव 540 रुपए चल रहा था। जबकि वर्तमान में जोधपुर में सूडान का भाव 400/405 रुपए एवं देसी का भाव 355 रूपए बोला जा रहा है। दिल्ली बाजार में आज भाव 450 रुपए पर आ गया है। वर्तमान भावों पर भी लिवाल नहीं है। वर्तमान हालात को देखते हुए हाल-फिलहाल तेजी की संभावना नहीं है।