नई दिल्ली। Klonji Prediction: चालू सप्ताह के दौरान कलौंजी की कीमतों में 5-6 रुपए प्रति किलो की तेजी दर्ज की गई है। और अभी भी धारणा बाजार में तेजी की बनी हुई है।
क्योंकि चालू सीजन के दौरान देश में कलौंजी का उत्पादन गत वर्ष की तुलना में कमजोर होने के अनुमान लगाये जा रहे हैं। नए मालों की आवक मार्च माह के अंत तक शुरू होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि कलौंजी का मुख्यत उत्पादन मध्य प्रदेश में होता है। इसके अलावा राजस्थान एवं गुजरात में भी होता है। कुल उत्पादन 70 से 75 प्रतिशत का योगदान मध्य प्रदेश का रहता है। चालू सीजन के लिए उत्पादक केन्द्रों पर कलौंजी की बिजाई 25 से 30 प्रतिशत कम होने के कारण उत्पादन भी गत वर्ष की तुलना में कम रहने की संभावना है।
किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य न मिलने के कारण विगत दो वर्षा से देश में कलौंजी का उत्पादन घट रहा है। वर्ष 2022 में देश में कलौंजी का उत्पादन लगभग 6.50 लाख बोरी का रहा था, जोकि वर्ष 2023 में घटकर 4 से 4.50 लाख बोरी पर आ गया है। जबकि वर्ष 2024 में उत्पादन 3 से 3.50 लाख बोरी होने की संभावना है।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि कलौंजी की कीमतों में अधिक मंदे की संभावना नहीं है। नए मालों की आवक बढ़ने पर अप्रैल माह में भाव कुछ घट सकते हैं, लेकिन भविष्य अच्छा रहेगा।
वर्तमान में दिल्ली बाजार में कलौंजी का भाव बढ़कर 205 से 210 रुपए हो गया है। जबकि मध्य प्रदेश की नीमच मंडी में भाव 170 से 190 रुपए पर बोला जाने लगा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि नई फसल आने से पूर्व मंडियों में कलौंजी का भाव 200 रुपए का स्तर पार कर जाएगा। गत वर्ष इसी समयावधि में नीमच मंडी में कलौंजी का भाव 145 से 150 रुपए प्रति किलो चल रहा था, जबकि दिल्ली में भाव 170 से 175 रुपए बोला जा रहा था।
जीरा में गिरावट : आज जीरा में गिरावट रही। उत्पादक केन्द्रों पर मौसम अच्छा होने के कारण गुजरात की मंडियों में नए जीरे की आवक बढ़नी शुरू हो गई है। ऊंझा मंडी में आवक बढ़कर 35 हजार बोरी एवं राजकोट 10 हजार बोरी की हो गई है।
आवक बढ़ने एवं वायदा में भाव घटने के कारण आज मंडियों में जीरे के भाव 400/500 रुपए प्रति क्विंटल मंदे के साथ बोले गए। वायदा में मार्च का जीरा 215 रुपए एवं अप्रैल का 70 रुपए मंदे के साथ बंद हुआ है।
सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में भी अब मौसम खुल गया है। अतः जल्द ही राजस्थान की मंडियों में भी नए मालों की आवक बढ़नी शुरू हो जाएगी। जिस कारण अभी जीरा कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है।