वायदा एवं हाजिर बाजारों में हल्दी और धनिया के भाव तेज

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नई दिल्ली। चालू सीजन के दौरान देश में हल्दी का उत्पादन गत वर्ष की तुलना में कम होने के कारण मंडियों में आवक भी काफी कम बनी हुई है। जिस कारण वायदा एवं हाजिर बाजारों में हल्दी के भाव बढ़ रहे हैं।

उल्लेखनीय है गत वर्ष 27 फरवरी 2023 को निजामाबाद मंडी में हल्दी की आवक 30 हजार बोरी की हो रही थी और काडी का भाव 5000 से 6500 रुपए बोला जा रहा था। जबकि आज निजामाबाद मंडी में हल्दी की आवक 10 हजार बोरी की रही।

और काडी का भाव 12000/13000 रुपए बोला जा रहा है। सांगली मंडी में भी 27 फरवरी 2023 को हल्दी की आवक लगभग 19 हजार बोरी की रही थी जोकि आज 9500 बोरी की रही।

कमजोर आवक एवं बढ़ती मांग के कारण उत्पादक केन्द्रों की मंडियों सहित खपत केन्द्रों पर भी हल्दी के भाव 400/500 रुपए प्रति क्विंटल तेजी के साथ बोले गए हैं। वायदा बाजार में भी तेजी का सर्किट लगा है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए संभावना व्यक्त की जा रही है कि अभी कीमतों में ओर तेजी संभव है।

धनिया वायदा तेज: आज धनिया की कीमतों में तेजी रही। उत्पादन कम होने के कारण मंडियों में धनिया की आवक गत वर्ष की तुलना में कम हो रही है। गत वर्ष 27 फरवरी- 2023 को गोंडल मंडी में धनिया की आवक डेढ़ लाख बोरी एवं राजकोट में आवक 32 हजार बोरी की चल रही थी और क्वालिटीनुसार भाव 5000/7000 रुपए बोले जा रहे है।

जबकि आज गोंडल मंडी में धनिया की आवक 25 हजार बोरी एवं राजकोट 11 हजार बोरी की रही और क्वालिटीनुसार भाव 6100/8600 रुपए बोले जा रहे हैं। वायदा के तेज समाचार मिलने एवं आवक कम होने के कारण आज हाजिर बाजारों में धनिया के भाव 200/300 रुपए प्रति क्विंटल तेजी के साथ बोला गया वायदा में भाव तेजी के साथ बंद हुए है। धारणा मंदे की नहीं है।

जीरा कीमतों में मंदा: आज की जीरा कीमतों में मंदा रहा। चालू सीजन के दौरान अधिक उत्पादन के कारण बाजार में व्यापारिक मनोवृत्ति मंदे की बनी हुई है। गुजरात के अलावा राजस्थान की जोधपुर, मेड़ता मंडी में भी नए जीरे की छिटपुट आवक शुरू हो गई है।

आगामी दिनों में नए मालों की आवक का दबाव बनने से अभी कीमतों में और गिरावट आ सकती है। आज ऊंझा मंडी में नए जीरे की आवक 35 हजार बोरी की रही और भाव 500/700 रुपए प्रति क्विंटल मंदे के साथ बोले गए। मंडी में जीरे का भाव घटकर 2400/2800 रुपए पर आ गया है।

वायद में भी भाव मंदे रहे। मार्च का वायदा 1260 रुपए एवं अप्रैल का 900 रुपए मंदे के साथ बंद हुआ है। इस वर्ष गुजरात एवं राजस्थान दोनों ही राज्यों में जीरा उत्पादन गत वर्ष की तुलना में अधिक माना जा रहा है।