सरसों का रकबा एक करोड़ हेक्टेयर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा

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नई दिल्ली। रबी सीजन की सबसे प्रमुख तिलहन फसल-सरसों का बिजाई क्षेत्र इस बार बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। यद्यपि थोक मंडी भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे रहने के कारण सरसों की बिजाई में गिरावट आने की आशंका व्यक्त की जा रही थी और सबसे प्रमुख उत्पादन प्रान्त- राजस्थान में इसका क्षेत्रफल काफी घट भी गया लेकिन उत्तर प्रदेश ने उस कमी की भरपाई कर दी।

केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार चालू रबी सीजन में 12 जनवरी 2024 तक सरसों का कुल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 99.57 लाख हेक्टेयर के सर्वकालीन सर्वोच्च पर पहुंच गया जो पिछले सीजन के रिकॉर्ड क्षेत्रफल 97.44 लाख हेक्टेयर से भी 2.13 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। फसल की हालत आमतौर पर संतोषजनक बताई जा रही है।

आधिकारिक आकड़ों के अनुसार पिछले सीजन के मुकाबले चालू रबी सीजन के दौरान सरसों का उत्पादन क्षेत्र राजस्थान में 39.72 लाख हेक्टेयर से घटकर 37.66 लाख हेक्टेयर, पश्चिम बंगाल में 7.40 लाख हेक्टेयर से गिरकर 6.84 लाख हेक्टेयर तथा छत्तीसगढ़ में 1.83 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 1.71 लाख हेक्टेयर पर अटक गया

जबकि दूसरी ओर इसका क्षेत्रफल मध्य प्रदेश में 13.97 लाख हेक्टेयर से सधरकर 14.03 लाख हेक्टेयर, उत्तर प्रदेश में 13.27 लाख हेक्टेयर से उछलकर 17.58 लाख हेक्टेयर,

हरियाणा में 7.37 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 7.60 लाख हेक्टेयर तथा आसाम में 3.24 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 3.29 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। गुजरात में सरसों का क्षेत्रफल 3.05 लाख हेक्टेयर से गिरकर 2.76 लाख हेक्टेयर रह गया जबकि अन्य प्रांतों में 7.60 लाख से बढ़कर 8.10 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा।