नई दिल्ली। Cumin Sowing: चालू सीजन के दौरान जीरा की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी आने के कारण इस वर्ष उत्पादक राज्यों में जीरे की अभी तक रिकॉर्ड बिजाई की जा चुकी है।
प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में बिजाई क्षेत्रफल गत वर्ष की तुलना में 2 लाख 31 हजार 946 हेक्टेयर बढ़कर 3.76 लाख हेक्टेयर का हो गया है। जबकि राजस्थान में अभी तक बिजाई 63 लाख हेक्टेयर पर की जा चुकी है जो गत वर्ष राजस्थान में जीरे का कुल बिजाई क्षेत्रफल 5.79 लाख हेक्टेयर का रहा था।
उल्लेखनीय है कि गत दो वर्ष से उत्पादक राज्यों में जीरे की बिजाई का क्षेत्रफल बढ़ रहा है। वर्ष 2022 में देश में जीरा की कुल बिजाई 6.85 लाख हेक्टेयर पर की गई थी जबकि 2023 में बिजाई 7.75 लाख हेक्टेयर पर हुई थी। वर्तमान चालू सीजन में अभी तक बिजाई लगभग 10 लाख हेक्टेयर के आसपास हो चुकी है।
रिकॉर्ड बिजाई के कारण वायदा एवं हाजिर बाजारों में जीरे के भाव मंदे के साथ बोले जा रहे हैं। हाजिर बाजारों में जीरे के भाव 500 से 700 रुपए प्रति क्विंटल मंदे बोले गए। जबकि वायदा में दिसंबर का भाव 2645 रुपए एवं जनवरी का भाव 2665 रुपए मंदे के साथ बंद हुआ है।
उत्पादन में कमी से बड़ी इलायची के भाव बढे
बड़ी इलायची की कीमतों में सोमवार को तेजी रही। उत्पादक राज्यों में उत्पादन गत वर्ष की तुलना में आधा ही रहने के समाचारों से हाजिर बाजारों में माल की सप्लाई प्रभावित हो रही है। जबकि लोकल में उठाव अच्छा है। जिस कारण से सिलीगुड़ी में नेपाल टाप का भाव 1150 रुपए से तेजी के साथ 1210 रुपए एवं स्योर-फार-स्योर का भाव 1250 रुपए से मजबूती के साथ 1350 रुपए पर बोला जा रहा था। उत्पादक केन्द्रों के मजबूत समाचार मिलने के कारण दिल्ली बाजार में भी भाव 40/50 रुपए प्रति किलो तेज रहे लेकिन बढ़े भावों पर व्यापार कम रहा।
पोस्तादाना की कीमतों में नरमी
पोस्तादाना की कीमतों में सोमवार को गिरावट रही। गत दिनों आई कीमतों में तेजी के पश्चात पोस्ता में उठाव कम रह गया है। इसके अलावा प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में बिजाई के पश्चात मौसम भी फसल के अनुकूल बना रहने से आने वाली फसल की स्थिति भी अच्छी है। जिस कारण से पोस्ता की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है। कोलकाता में आज पोस्ता दाना का भाव 1200 से 1300 रुपए से घटकर 1190 से1290 रुपए पर आ गया। जबकि कमजोर मांग के कारण दिल्ली बाजार में भी भाव 10 रुपए प्रति किलो मंदे के साथ बोले गए। सूत्रों का मानना है कि बाजार में अधिक तेजी की संभावना नहीं है। क्योंकि सर्दियों का मौसम होने के कारण पोस्ता की मांग सीमित रहेगी।