विदेशी निवेशकों ने नवंबर में अभी तक 5,806 करोड़ रुपये निकाले

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ई दिल्ली। stock Market: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की ओर से घरेलू इक्विटी बाजारों से शुरू हुई निकासी नवंबर में भी जारी है। नेशनल सिक्युरिटीज डिपाजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई घरेलू इक्विटी बाजारों से नवंबर में अब तक 5,806 करोड़ रुपये की निकासी कर चुके हैं।

2023 की शुरुआत में निकासी के बाद मार्च से एफपीआई भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से निवेश कर रहे थे। यह सिलसिला लगातार सात महीने यानी मार्च से अगस्त तक चला। इस दौरान मई से जुलाई के दौरान एफपीआई ने हर महीने इक्विटी में 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया। लेकिन इसके बाद एफपीआई ने इक्विटी बाजारों से निकासी शुरू कर दी, जो लगातार तीसरे महीने जारी है।

सितंबर में एफपीआई ने शुद्ध रूप से 14,768 करोड़ रुपये की निकासी की थी, जो अक्टूबर में बढ़कर 24,548 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। हालांकि, 2023 में अब तक इक्विटी बाजारों में एफपीआइ का शुद्ध निवेश 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि अभी एफपीआई की बिकवाली में कमी का कोई संकेत नहीं दिख रहा है।

दूसरी तिमाही में शानदार नतीजों और बेहतर संभावनाओं के बावजूद एफपीआई ने वित्तीय क्षेत्र में बिकवाली जारी रखी है। अनिश्चितता के इस समय में एफपीआइ जोखिम-मुक्त अमेरिकी बांड यील्ड की सुरक्षा की तलाश कर रहे हैं। 10 वर्षीय अमेरिकी बांड यील्ड 4.64 प्रतिशत के करीब है।

विजयकुमार का कहना है कि एफपीआइ की वित्तीय क्षेत्र में निरंतर बिकवाली ने बैं¨कग शेयरों के मूल्यांकन को आकर्षक बना दिया है। यह दो साल और उससे अधिक की समयावधि वाले निवेशकों के लिए एक अवसर है। उन्होंने कहा कि आम चुनावों से पहले शेयर बाजार में तेजी की संभावना है, जैसा कि पिछले पांच आम चुनावों के दौरान हुआ था। प्रमुख बैंकिंग शेयरों में बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता है।