Rajasthan elections: कहार, केवट समाज निर्णायक भूमिका में रहेगा: उमाशंकर

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कांग्रेस व भाजपा से 10-10 टिकट देने की मांग

कोटा। Rajasthan elections: राजस्थान कहार, कीर, केवट, भोई, मेहरा, कश्यप धीवर, निषाद समाज आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर कहार ने बताया कि प्रदेश में कांग्रेस व भाजपा दोनों प्रमुख दलों को हमारे समाज के लिए 10-10 टिकिट देना चाहिए, अन्यथा समाज के लोग 20 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार खड़े कर चुनाव में उतर जाएंगे। यह जानकारी उन्होंने बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में दी।

उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव में केवट समाज निर्णायक रहेगा।यदि देवली उनियारा तथा कोटा उत्तर और लाडपुरा में कम से कम दो टिकट अनिवार्य करें। राजस्थान में समाज के 30 लाख मतदाता हैं, जो 20 सीटों को प्रभावित करते हैं। महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष सरिता केवट, समिति के महासचिव रामचंद्र कश्यप, संगठन मंत्री सुरेश केवट, संभागीय अध्यक्ष बबलू कहार, उपाध्यक्ष रामराज कहार, बूंदी जिला महासचिव गोविंद केवट, टोंक के ओम प्रकाश केवट आदि ने कहा कि दोनों दलों के प्रमुख नेताओं को ज्ञापन देकर समाज को उचित प्रतिनिधित्व देने की मांग की है ।

झालरापाटन मे 40 हजार,छबडा छीपाबडौद में 30 हजार,अंता बारां में 30 हजार, पीपल्दा में 32 हजार, लाडपुरा में 40 हजार, हिंडौली में 37 हजार,बूँदी में 40 हजार, देवली उनियारा में 42 हजार, केकडी में 38 हजार, जहाजपुर में 31 हजार, मांण्डल में 33 हजार, शाहपुरा बनेडा में 45 हजार, भीलवाडा में 40 हजार,टोंक में 45 हजार, चित्तौडगढ में 42 हजार मावली में 35 हजार, वल्लभनगर में 32 हजार, निम्बाहेडा में 36 हजार, उदयपुर में 45 हजार, राजसमंद में 35 हजार ,जोधपुर में 25 हजार मतदाता हैं | दोनों पार्टियों से हमारे समाज को विधानसभा चुनावों मे 10 टिकट देने की मांग कर रहे हैं |

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शासन काल के अंतिम समय में 7 अक्टूबर को हमारे समाज के लिये राजस्थान राज्य केवट कल्याण बोर्ड का गठन करने की घोषणा तो की, परन्तु उसके अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की। इससे हमारे समाज मे गहरा रोष व्याप्त है। जबकि दूसरे समाज के बोर्डों के अध्यक्ष तत्काल नियुक्त कर दिये गये।

इस तरह राज्य सरकार ने हमारे समाज को छलने का कार्य किया है। हमारे समाज को केवल वोट बैंक बना कर इस्तेमाल करने की नियत से कांग्रेस सरकार ने ऐसा किया है। परन्तु अब हमारी समाज इस बहकावे मे आ कर गुमराह होने वाली नही है।

जो भी पार्टी हमारे समाज को विधानसभा चुनावों के लिये अधिक से अधिक टिकटों को आवंटित करेगी, हमारी समाज उसी पार्टी का समर्थन करते हुये राजस्थान मे उसी पार्टी की सत्ता बनवाने मे अहम भूमिका निभायेगी। उसी के पक्ष मे प्रचार प्रसार व शत प्रतिशत मतदान कर सत्ता में लायेगी|