स्कूली विद्यार्थियों को ऑनलाइन मिला प्रशिक्षण
कोटा। Kaushal Rath Reached Mandaliya village: लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा दिल्ली से रवाना किया गया कौशल रथ सोमवार को कोटा पहुंच गया। अब यह कौशल रथ गांव-गांव में जाकर युवाओं में कौशल विकास का काम करेगा। पहले दिन कौशल रथ ने मंडाना क्षेत्र में मांदलिया गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को स्मार्ट इकोसिस्टम के जरिए अंग्रेजी की कविताओं से लेकर धरती से धातु निकालने के तरीकों के बारे में बताया।
संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी के युवाओं में कौशल का विकास हो। वे भी आधुनिक ज्ञान तथा नई स्किल्स से परिचित हों, इसके लिए स्पीकर बिरला के विशेष प्रयासों से राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने कोटा के लिए कौशल रथ आवंटित किया था। इसका उद्देश्य एक चलायमान कौशल विकास केंद्र के रूप में युवाओं में कौशल उन्नयन करना है। स्वयं स्पीकर बिरला तथा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने 20 सितम्बर को इसे रवाना किया था। विभिन्न प्रकार के मोडिफिकेशन्स के बाद यह रथ सोमवार को कोटा पहुंचा।
कौशल रथ के स्कूल पहुंचते ही यह विद्यार्थियों और युवाओं के लिए कौतूहल का विषय बन गया। ग्रामीण क्षेत्र के इन विद्यार्थियों और युवाओं ने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें शिक्षा का ऐसा माध्यम भी उपलब्ध हो सकेगा। कौशल रथ में छोटी कक्षा के विद्यार्थियों को 2-डी और 3-डी एनिमेशन के जरिए अंग्रेजी और हिन्दी की कविताएं बताईं गईं। वहीं बड़ी कक्षा के विद्यार्थियों को गणित तथा विज्ञान के विभिन्न कांसेप्ट समझाए गए। इसके अलावा उन्हें धरती से धातुओं के खनन तथा उस पर विभिन्न प्रकार की प्रक्रियाओं के बाद आगे के लिए उपयोगी बनाने के तरीके भी बताए गए। यह सब विद्यार्थियों के लिए बिल्कुल लया अनुभव रहा। कौशल रथ के माध्यम से स्कूल के शिक्षकों को भी पढ़ाने के नई तकनीकों पर तरीकों की जानकारी दी गई।
पांच साल में 60 हजार युवाओं को करेंगे प्रशिक्षित
नेशनल स्किल डवलपमेंट काउंसिल के सीईओ वेद मणि तिवारी ने बताया कि वंचित एवं अभावग्रस्त वर्ग के युवाओं के सशक्तिकरण के लिए कौशल रथ उत्कृष्ट माध्यम है। इस अभियान के माध्यम से अगले पांच वर्षों में 60 हजार युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है।
कौशल रथ में जल्द बढ़ेंगे कई मोड्यूल
कौशल रथ में जल्द ही कई नए प्रकार के कौशल विकास के मोड्यूल जोड़े जाएंगे। यह सभी मोड्यून ऑललाइन होंगे। कम्प्यूटर के माध्यम से वीडियो देखते हुए युवा अपना कौशन विकास कर पाएगा। यदि उनमें किसी बिन्दु पर शंका होगी तो उन्हें प्रशिक्षकों से संवाद का अवसर भी मिलेगा।