मध्य प्रदेश में 7 नवंबर, राजस्थान में 23 नवंबर, छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर, तेलंगाना में 30 नवंबर और मिजोरम में 7 नवंबर को चुनाव होंगे।
नई दिल्ली। Assembly Election 2023: निर्वाचन आयोग ने आज पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। घोषित कार्यक्रम के अनुसार, मध्य प्रदेश में 7 नवंबर, राजस्थान में 23 नवंबर, छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर, तेलंगाना में 30 नवंबर और मिजोरम में 7 नवंबर को चुनाव होंगे। आयोग ने बताया कि मतगणना 3 दिसंबर को होगी। फिलहाल, हिंदी पट्टी के तीनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला नजर आ रहा है।
एमपी, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में एक चरण में चुनाव होने वाले हैं। जबकि, छत्तीसगढ़ में चुनाव दो चरणों में पूरे होंगे।सभी राज्यों में मौजूदा सरकारों का कार्यकाल दिसंबर 2023 से जनवरी 2024 के बीच खत्म हो रहा है। एमपी में 230 सीटों पर चुनाव होंगे। जबकि, राजस्थान में 200, तेलंगाना में 119, छत्तीसगढ़ में 90 और मिजोरम में 40 सीटों पर चुनाव होंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इन पांच राज्यों में 60.2 लाख नए मतदाता जुड़े हैं। पुरुष मतदाताओं की संख्या 8.2 करोड़ और महिला वोटर 7.8 करोड़ हैं। सभी राज्यों को मिलाकर कुल विधानसभा सीटों की संख्या 679 है।
उन्होंने बताया कि पांचों राज्यों में 1.77 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे। सीईसी का कहना है कि 17 अक्टूबर को वोटर लिस्ट प्रकाशित की जाएगी। बुजुर्ग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा मिलेगी। हालांकि, इसके लिए उन्हें एक फॉर्म भरना होगा।
एमपी (कुल सीटें- 230)
चुनाव आयोग के अनुसार, एमपी में 7 नवंबर को एक चरण में ही मतदान होगा। 2018 विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस ने जीत हासिल की थी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बनाए गए थे। करीब डेढ़ साल के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा में जाने का फैसला कर लिया था। उनके साथ कई समर्थक विधायकों ने भी पार्टी छोड़ी और कांग्रेस सरकार गिर गई। साल 2020 में एमपी की राजनीति में मुख्यमंत्री के तौर पर शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली भाजपा सरकार की वापसी हुई थी।
राजस्थान (कुल सीटें- 200)
राजस्थान में एक चरण में ही 23 नवंबर को मतदान होने जा रहा है। यहां फिलहाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कप्तानी वाली कांग्रेस सरकार है। खास बात है कि राजस्थान में हर कार्यकाल में सरकार बदलने का रिवाज रहा है। ऐसे में भाजपा को राज्य में जीत की उम्मीदें बढ़ गईं हैं। एक ओर जहां कांग्रेस अब तक गहलोत के नाम के साथ ही आगे बढ़ती नजर आ रही है। वहीं, भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही चुनाव में उतरी है। 2018 में राजस्थान में कांग्रेस 99 सीटों पर जीत थी। भाजपा के खाते में 73 सीटें आई थीं।
छत्तीसगढ़ (कुल सीटें- 90)
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटों पर शानदार जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी। तब भूपेश बघेल को सीएम की गद्दी मिली थी। जबकि, भाजपा 2013 में 34 सीटों से घटकर 15 सीटों पर आ गई थी। यहां कांग्रेस को 29 सीटों की बढ़त मिली थीं। फिलहाल, यहां भी भाजपा ने सीएम उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है।
तेलंगाना (कुल सीटें- 119)
चुनाव आयोग की तरफ से घोषित कार्यक्रम के अनुसार, तेलंगाना में 30 नवंबर को वोटिंग होने जा रही है। 119 सीटों वाले तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार 88 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। तब कांग्रेस ने 19 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। खास बात है कि तब मात्र 1 सीट जीतने वाली भाजपा इस बार बड़ी जीत की कोशिश में है। मुनुगोडे विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा दूसरे स्थान पर रही थी। दक्षिण भारतीय राज्यों में एंट्री की कोशिशों में लगी भाजपा के लिए एकमात्र गढ़ कर्नाटक में हार के बाद तेलंगाना में जीत अहम हो गई है।
मिजोरम (कुल सीटें- 40)
चुनाव आयोग ने बताया है कि मिजोरम में 7 नवंबर को एक ही चरण में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट ने 40 में से 26 सीटें हासिल की थी। यहां कांग्रेस के खाते में 5 और भाजपा को महज 1 सीट मिली थी। अन्य 8 सीटों पर विजयी रहे।