कोटा को देश की प्रमुख औद्योगिक, शैक्षणिक एवं पर्यटक नगरी बनाने के लिए हम कटिबद्ध: ओम बिरला
कोटा। कोटा व्यापार महासंघ एवं दी एस एस आई एसोसियेशन द्वारा आयोजित व्यापार- उद्योग समृद्धि संवाद का आयोजन आज एलन की सत्यार्थ बिल्डिंग जवाहर नगर पर संपन्न हुआ।
इस अवसर पर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोटा की भौगोलिक स्थिति पूरी तरह से विकास के अनुकूल है। कोटा निरंतर विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। हम कोटा को देश की प्रमुख औद्योगिक, शैक्षणिक एवं पर्यटक नगरी बनाने के लिए पूर्णतया कटिबद्ध हैं। उन्होंने इसके लिए हाडौती के सभी व्यापारियों, उद्यमियों के सुझाव एवं सहयोग मांगा।
उन्होंने कहा कि कोटा के विकास में अहम भूमिका निभाने लिए निश्चित ही कोटा में हवाई सेवा एवं नए हवाई अड्डे की स्थापना जरूर होगी, जिसकी अधिकतर तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके बाद कोटा में हवाई अड्डे की प्रक्रिया को किसी भी हालत में नहीं रोका जाएगा।
समारोह को संबोधित करते हुए वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा की कोटा एक बहुत अच्छा शहर है, जहां पर सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है। यहां पर व्यापार -उद्योग का विकास होना चाहिए। हम सरकारी स्तर पर व्यापारियों, उद्यमियों द्वारा उठाई गई सभी समस्याओं का निराकरण करने का पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि सही मार्ग दर्शन प्राप्त करने एवं आगे की बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए कोचिंग अति आवश्यक है।
उन्होंने कहा मैंने स्वंय ने मुंबई में कोचिंग संस्थान में पढ़ाई कर सीए की डिग्री हासिल की थी। निश्चित ही कोचिंग से डॉक्टर इंजीनियरिंग बनने के लिए मार्गदर्शन मिलता है, जिसके लिए कोटा ने पूरे देश में अपना नाम कमाया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का एक ही सपना है कि देश की अर्थव्यवस्था को हम विश्व में नंबर एक स्थान दिलायें। उसके लिए हमें बाहरी सामानों का आकर्षण खत्म करके देश में बढ़िया सामानो का उत्पादन करना होगा। उसकी संपूर्ण क्षमता हमारे देश के व्यापारी, उद्यमी एवं श्रमिकों में है।
कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने इस अवसर पर कहा कि आज सरकारी नीतियों के कारण व्यापारी एवं उद्यमी अपने व्यवसाय उद्योग को चलाते हुए अपने आप को जंजीरों से जकड़ा हुआ महसूस कर रहे हैं। जब तक राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा सरकारी नियमों में सरलीकरण एवं व्यापार उद्योग के विकास के अनुरूप नीतियां नहीं बनाई जाएगी एवं प्रोत्साहन नहीं दिया जाएगा, तब तक व्यापारी उद्यमी स्वच्छंद रूप से अपना व्यवसाय नहीं कर पाएगा।
देश का विकास भी नहीं होगा। देश के विकास में जितनी कृषि की भूमिका होती है, उतनी ही भूमिका व्यापार एवं उद्योग की भी होती है। अगर व्यापार एवं उद्योग मजबूत नहीं होगा तो अर्थव्यवस्था और रोजगार कैसे बढ पाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान मे कोटा का औद्योगिक विकास पूरी तरह से ठप्प है और यहां वृहद उद्योग एवं हवाई सेवा की अति आवश्यकता है।
माहेश्वरी ने कहा कि कोटा की वर्तमान अर्थव्यवस्था जो पूरी तरह से कोचिंग पर निर्भर है, जिसमें करीब 5 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। वर्तमान में इस क्षेत्र पर भी काली छाया दिखाई दे रही है। जबकि पूरे विश्व में आज भी लाखों डॉक्टर, इंजीनियर कोटा कोचिंग से तैयार होकर देश-विदेश के प्रमुख संस्थानों में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों से भ्रामक प्रचार कर कोटा को सुसाइड सिटी के नाम से पूरे देश में बदनाम किया जा रहा है, जबकि यह इन घटनाओं का होना दुखद है। लेकिन यह मानसिक संताप का प्रतिरूप है। राज्य सरकार द्वारा जिस तरह से कोटा में आने वाले छात्रों के लिए एक अलग गाइडलाइन बनाई जा रही है, वह पूरे देश के विद्यार्थियों की गाइडलाइन से हटकर है जिसकी पालन संभव नहीं है।
उन्होंने सवाल किया कि कोटा के लिए अलग से यह नियम क्यों बनाये जा रहे हैं। अतः ऐसे अनावश्यक नियम सिर्फ कोटा के लिए ही बनाये गए तो कोटा में इसका जोरदार विरोध होगा। क्योंकि यह कोटा के शैक्षणिक माहौल को खराब करने का बहुत बड़ा षड्यंत्र है।
उन्होंने कहा कि लेबर सेस के नाम पर जिस तरह की पेनल्टी व ब्याज लगाकर वसूली के डिमांड नोटिस निकल गए हैं, वह सर्वथा गलत है। जिस प्रक्रिया के बारे में आम जन को पहले से ही पता नहीं था तो सालों बाद उसमें ब्याज एवं पेनल्टी लगाकर डिमांड नोट निकालना कहां तक उचित है। अतः ऐसे लंबित मामलों में ब्याज व पेनल्टी को पूरी तरह से माफ किया जाना चाहिए और जिसमें कई विसंगतियां व्याप्त हैं उन्हें भी दूर किया जाना चाहिए।
लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ताराचंद गोयल ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा कई ऐसे कठोर नियम जो व्यावहारिक दृष्टिकोण से उद्योग जगत के लिए उचित नहीं थे, जिनकी वजह से उद्योगों के संचालन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। लघु उद्योग भारती द्वारा केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रियों को बताकर उनमें संशोधन करवाया। लेकिन आज भी जीएसटी व कई नियमों की वजह से उद्यमियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दी एस एस आई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंदराम मित्तल ने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि उत्पादन में आभूषणों पर b2b मोड में हालमार्क नहीं लगाया जाना चाहिए। इससे b2b मोड यानी बिजनेस टू कंज्यूमर मोड़ के मामले में ही लागू किया जाना चाहिए। साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एनओसी देने की प्रक्रिया को भी सरलीकरण किया जाना चाहिए।
जीएसटी में यदि कोई खरीदार अपने आपूर्ति करता के जीएसटी का भुगतान नहीं करता है तो खरीददार का आईसी वापस ले लिया जाता है। यदि आपूर्तिकर्ता ने जीएसटी का भुगतान नहीं किया है, तो खरीददार आईटीसी का दावा नहीं कर सकता। अतः इसे भी सरल बनाया जाना चाहिए। जीएसटी ऑडिट को वापस लिया जाना चाहिए, इसमें एक ही रिटर्न होना चाहिए। साथ ही इसके चार स्लेब की बजाय दो ही स्लेब होने चाहिए।
जीएसटी में पेट्रोलियम उत्पाद और भूमि संबंध के मामले भी इसके अंदर होने चाहिए, साथ ही खाद्य उत्पादकों में सैंपलिंग उद्योग से नहीं बल्कि बाजार से होनी चाहिए। छोटे व्यापारियों को व्यापार के लिए एफएसएफआई को छूट दी जानी चाहिए। सैंपलिंग के पैरामीटर सही नहीं है इसमें मिलावट होती है सैंपलिंग का क्षेत्राधिकार फैक्ट्री का स्थानीय होना चाहिए। इलेक्ट्रॉनिक वाहनो पर सब्सिडी कम कर दी गई है।
इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना था तो सब्सिडी को वापस बढ़ाया जाना चाहिए। कोटा उद्योग एवं कोचिंग के विकास के लिए हवाई अड्डे की महत्त आवश्यकता है, अतः वर्तमान औद्योगिक विकास के लिए हवाई सेवा को जल्द से जल्द शुरू किया जाना चाहिए। उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए एमएसएमई एक्ट स्थापित करने की सहमति समाप्त की जानी चाहिए।
साथ ही एफ एस एसएआई में 40 लाख से कम टर्नओवर के मामले में जीएसटी में छूट यह छूट अन्य मामलों में भी दी जानी चाहिए । कार्यक्रम का संचालन जनरल मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार जैन ने किया एवं धन्यवाद दी एस एस आई एसोसियेशन के सचिव अक्षय सिंह ने किया ।
इनकी भी रही मौजूदगी
समारोह में लाडपुरा की विधायक कल्पना देवी सांगोद के पूर्व विधायक हीरालाल नागर एलन कैरियर इंस्टिट्यूट के निर्देशक गोविंद माहेश्वरी राजेश माहेश्वरी नवीन माहेश्वरी कोटा स्टोन स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन रामगंजमंडी के अध्यक्ष प्रहलाद बैसला सचिव अखिलेश मेडतवाल बूंदी व्यापार महासंघ के अध्यक्ष नरेश जिंदल सुल्तानपुर व्यापार संघ सांगोद व्यापार संघ बांरा व्यापार संघ के कई पदाधिकारीयों सहित कोटा व्यापार महासंघ की 160 व्यापारिक औद्योगिक संस्थाओ के पदाधिकारियों सहित दी एस एस आई एसोसिएशन के सदस्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर कोटा व्यापार महासंघ और दिए दी एस एस आई एसोसियेशन के पदाधिकारी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं केन्द्रिय वाणिज्य उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को माल्यार्पण कर प्रतीक चिन्ह साफा दुपट्टा पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया ।