नई दिल्ली। Amrit Bharat Station: देश में रेलवे स्टेशनों की तस्वीर बदलने वाली है। रेलवे स्टेशनों को स्मार्ट बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशभर में 508 रेलवे स्टेशनों के रिडेवलेपमेंट की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अमृत भारत स्टेशन योजना को लॉन्च किया।
इस मौके पर पीएम ने कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृत काल के प्रारंभ में है। नई ऊर्जा, प्ररेणा, संकल्प है। भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरूआत हो रही है। भारत के करीब 1300 प्रमुख रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे और उनका पुनर्विकास आधुनिकता के साथ होगा
उन्होंने इस मौके पर कहा कि आज भी विपक्ष का एक धड़ा पूराने धरे पर चल रहा है। वह आज भी ना खुद कुछ करेंगे ना करने देंगे। सरकार ने संसद की नई इमारत बनवाई, कर्तव्य पथ का विकास किया लेकिन विपक्ष ने इसका भी विरोध किया। हमने वॉर मेमोरियल बनाया उसका भी विपक्ष ने विरोध किया। सरदार वल्लभ भाई के मुर्ती को लेकर विरोध किया। इनका (विपक्ष) एक भी नेता स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर नहीं गया। उन्होंने कहा कि हर भारतीय के लिए अगस्त बहुत विशेष महीना होता है। ये महीना क्रांति का है, कृतज्ञता का है, कर्तव्य भावना का है
योजना का उद्देश्य
- स्टेशनों का सिटी सेंटरों के रूप में विकास
- शहर के दोनों छोरों का एकीकरण
- स्टेशन भवनों का सुधार व पुनर्विकास
- आधुनिक यात्री सुविधाओं का प्रावधान
- बेहतर यातायात व्यवस्था और इंटरमोडल इंटीग्रेशन
- मार्गदर्शन के लिए एक-समान और सहायक सूचक चिन्ह
- मास्टर प्लान में उचित संपत्ति विकास का प्रावधान
- लैंडस्केपिंग, स्थानीय कला और संस्कृति
24,470 करोड़ होगी परियोजना की लागत
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में बताया कि इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24,470 करोड़ होगी और इससे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान होंगी। प्रधानमंत्री जिन रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे, उनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 55-55, बिहार के 49, महाराष्ट्र के 44, पश्चिम बंगाल के 37, मध्य प्रदेश के 34, असम के 32, ओडिशा के 25, पंजाब के 22, गुजरात और तेलंगाना के 21-21, झारखंड के 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के 18-18, हरियाणा के 15 और कर्नाटक के 13 स्टेशन शामिल हैं।
विश्व स्तरीय सुविधाएं देना प्राथमिकता
पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के प्रावधान पर जोर देते हैं और रेलवे लोगों के परिवहन का पसंदीदा साधन है। उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व को प्राथमिकता दी है। इस दृष्टिकोण से 1,309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ शुरू की गई। योजना के तहत पीएम मोदी 508 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आधारशिला रखेंगे।
शहरों को मिलेगी पहचान
पीएम मोदी ने कहा कि रेलवे को देश की लाइफलाइन कहा जाता है। शहरों की पहचान भी रेलवे स्टेशनों से जुड़ी होती है। शहरों की सारी गतिविधियां रेलवे स्टेशनों के आसपास ही होती है। ऐसे में जरूरी है कि रेलवे स्टेशनों को आधुनिक स्वरूप में ढाला जाए। जब देश में इतने सारे आधुनिक स्टेशन बनेंगे तो इससे एक नया माहौल भी बनेगा। जब विदेशी पर्यटक इन आधुनिक स्टेशनों से इन शहरों में पहुंचेगा तो उस शहर की तस्वीर उसकी नजरों में यादगार बनेगी। इससे आर्थिक गतिविधियों को भी रफ्तार मिलेगी।
वन स्टेशन वन प्रोडक्ट
पीएम मोदी ने कहा कि रेलवे स्टेशनों के आसपास अच्छी व्यवस्थाएं होने से आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। सरकार ने स्टेशनों को शहर और राज्यों की पहचान से जोड़ने के लिए वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना भी शुरू की है। इससे पूरे इलाके के लोगों और कामगारों को फायदा होगा। इसी के साथ ही जिले की ब्रांडिंग भी होगी।