Mann Ki Baat: इमरजेंसी के काले दौर को कोई नहीं भूल सकता: पीएम मोदी

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नई दिल्ली। PM Modi Mann Ki Baat प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। पीएम के कार्यक्रम में तूफान बिपरजॉय का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि कच्छ के लोगों ने जिस हिम्मत से बिपरजॉय का सामना किया, वो तारीफ करने योग्य है।

पीएम ने कहा कि गुजरात के कच्छ के लोगों ने दिखा दिया कि उनकी हिम्मत के आगे कोई नहीं टिक सकता। उन्होंने कहा कि तूफान बिपरजॉय को हराने में भी इन लोगों का हौंसला काम आया। पीएम ने कहा-

कभी दो दशक पहले आए विनाशकारी भूकंप के बाद कच्छ को कभी न उबर पाने वाला कहा जाता था। आज वही जिला देश के सबसे तेजी से विकास करने वाले जिलों में से एक है। मुझे विश्वास है कि कच्छ के लोग बाइपरजॉय चक्रवात से हुई तबाही से तेजी से उभरेंगे। पीएम ने आगे कहा कि बड़े से बड़ा लक्ष्य हो, कठिन से कठिन-चुनौती हो, भारत के लोगों का सामूहिक बल, सामूहिक शक्ति, हर चुनौती का हल निकाल देता है।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में इंदिरा सरकार के दौरान देश में लगाई गई इमरजेंसी को भी याद किया। पीएम ने कहा कि कोई भी इमरजेंसी के काले दौर को नहीं भूल सकता है। उन्होंने कहा- हम 25 जून 1975 को नहीं भूल सकते, जिस दिन आपातकाल लगाया गया था। यह भारत के इतिहास का एक काला काल था।

लाखों लोगों ने अपनी पूरी ताकत से आपातकाल का विरोध किया। उस दौर में लोकतंत्र के समर्थकों पर इतना अत्याचार किया गया था कि आज भी मन कांप उठता है। आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हैं तो हमें ऐसे अपराधों को भी देखना चाहिए। यह युवा पीढ़ी को लोकतंत्र का अर्थ और महत्व सिखाएगा।

कैच द रेन पर हमारा फोकस
पीएम मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में भारत ने आपदा प्रबंधन की जो ताकत विकसित की है, वो आज एक उदाहरण बन रही है। प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करने का एक बड़ा तरीका, प्रकृति का संरक्षण है। पीएम ने कहा कि आज देश ‘कैच द रेन’ जैसे अभियानों के जरिए सामूहिक प्रयास कर रहा है।

वसुधैव कुटुंबकम
मोदी ने कहा कि इस वर्ष योगा दिवस का थीम वसुधैव कुटुंबकम होगा। पीएम ने कहा कि इसका मतलब ‘एक विश्व एक परिवार’ के रूप में सबका कल्याण से है। हर बार की तरह इस बार भी देश के कोने-कोने में योग से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। प्रधानमंत्री मोदी अगले हफ्ते अमेरिका दौरे पर जाने वाले हैं। यही वजह है कि मन की बात कार्यक्रम एक हफ्ता पहले प्रसारित हो रहा है।

अनजान चेहरों को मिला सम्मान
बता दें कि प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए दुनिया की कई ऐसी शख्सियतों को दिखाया गया, जिन्होंने अपने क्षेत्र में विशेष योगदान दिया, लेकिन उनके योगदान का देश को पता नहीं चला। कार्यक्रम के जरिए इन लोगों को सम्मान दिया गया और इतना ही नहीं उनकी प्रेरणा से लोग आगे भी बढ़ रहे हैं।