आध्यात्मिकता द्वारा तनाव मुक्त व्यापार पर कार्यशाला आयोजित
कोटा। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आध्यात्मिकता द्वारा तनाव मुक्त व्यापार पर रविवार को कमला उद्यान स्थित शक्ति सरोवर पर कार्यशाला आयोजित की गई।
इस अवसर पर माउंट आबू मुख्यालय की संयोजिका, व्यापार और उद्योग प्रभाग की बीके गीता दीदी एवं इंदौर की व्यापार उद्योग प्रभार की क्षेत्रीय समन्वयक बीके हेमलता दीदी ने कहा कि देश के विकास एवं सामाजिक सरोकार में व्यापारियों और उद्यमियों की अहम भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि चाहे उत्पादन का क्षेत्र हो या खाद्य आपूर्ति हो या जरूरतमंद वस्तुओं की आपूर्ति हो इनके बिना असंभव है। इनसे देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार उपलब्ध होता है। साथ ही सामाजिक क्षेत्र में चाहे धार्मिक कार्य हो धर्मशालाओं का निर्माण हो, प्राकृतिक आपदाओं और हर संकट के समय में व्यापारी एवं उद्यमी हमेशा हर तरह का सहयोग करने में अग्रणी रहा है।
उन्होंने ब्रम्हाकुमारी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसकी स्थापना सन् 1937 में व्यापारी दादा लेखराज जी द्वारा की गई थी, जो आज पूरे विश्व के 140 देशों में कार्यरत है। उन्होंने कहा की संस्था समाज के सभी वर्गों के लिए कार्य कर रही है। हमारी संस्था 20 अलग-अलग क्षेत्रों के अलग-अलग विषयों पर निस्वार्थ भाव से जनसेवा में लगी रहती है।
उन्होंने बताया कि ब्रह्माकुमारी आध्यात्मिक विश्वविद्यालय की स्थापना स्वयं निराकार परमात्मा शिव (सभी आत्माओ के पिता) ने अपने माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा बाबा के साकार तन द्वारा नई सतयुगी, सुख की दुनिया की स्थापना की है। हम एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) हैं, जो सभी धर्मो और संस्कृति से संबंधित लोगों की अंतर आत्मा (आत्मा) को परिचित, अनुभव और राजयोग के अभ्यास से उनके द्वारा अपने जीवन में सकारात्मक और जादुई बदलाव लाने में मदद करते हैं।
उन्होंने व्यापार-उद्योग जगत के लोगों को आह्वान किया कि वह अपने व्यस्त व्यवसाय के साथ-साथ आध्यात्मिकता के लिए भी समय निकालें, जिससे तनाव से मुक्ति के साथ-साथ व्यापारिक कार्य शैली एवं मैनेजमेंट में भी सुधार होगा। तनाव से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि व्यापारी अपना व्यापार शुरू करते समय प्रतिष्ठान एवं घरों के बाहर शुभ -लाभ अंकित करता है, लेकिन उसका पूरा ध्यान लाभ में चला जाता है।
उन्होंने कहा कि अगर लाभ की ही सोचोगे तो सदैव लाभ हानि के जोड़-तोड़ में लगे रहोगे और सुख से दूर होते जाओगे। अतः सभी व्यापारियों को शुभ एवं लाभ दोनों के साथ ही अपना व्यवसाय चलाना है, जो आपके जीवन को संतुलित बनाएगा।
नकारात्मक सोच तनाव का कारण: इस अवसर पर दी एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल ने कहा कि सरकारी महकमे के सरकारी तन्त्र द्वारा व्यापारियों-उद्यमियों के प्रति नकारात्मक सोच इस वर्ग में सबसे बड़े तनाव का कारण है। जबकि देश के हर क्षेत्र में व्यापारियों- उद्यमियों का बहुत बड़ा योगदान है। आज जिस तरह से ब्रह्माकुमारीज आश्रम द्वारा व्यापारियों उद्यमियो का सम्मान किया गया, उसके लिए हम इनका आभार व्यक्त करते हैं।
कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि ब्रह्माकुमारी आश्रम से व्यापारियों-उद्यमियों का विशेष जुड़ाव रहा है। पूर्व में भी इस तरह के आयोजन यहां पर होते रहे हैं। ऐसे आयोजनों से व्यापारियों -उद्यमियों को उचित मार्गदर्शन मिलता है। इन दीदी के द्वारा दिए गए मार्गदर्शन से सदैव व्यस्त एवं तनावग्रस्त रहने वाले व्यापारियो एवं उद्यमियो को भी आध्यात्मिकता से तनाव की कमी का एहसास होता है।
निश्चित ही व्यापारी-उद्यमी वर्ग में अपने व्यवसाय के संचालन में वर्तमान प्रतिस्पर्धा युग को देखते हुए बदलाव एवं नई टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। नई तकनीक को देखते हुए पुरानी तकनीकी के छोड़ना पड़ेगा। अगर ऐसा नहीं होगा तो निश्चित ही हम हमारे व्यवसाय मे बहुत पीछे रह जाएंगे। इससे भारी घाटा एवं मानसिक संतुलन का सामना करना पड़ सकता है, जो आज आम बात बनी हुई है।
दी एसएसआई एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित सिंघल एवं सचिव अक्षय सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में उद्योगों पर सरकारी गलत नीतियों की कई तरह की विभागीय जिम्मेदारी निभानी पड़ रही है, जो तनाव एवं चिंता का मुख्य कारण बनता जा रहा है। हमारी संस्था संयुक्त रूप से ऐसी समस्याओं का निराकरण करने के लिए सदैव तत्पर रहती है, जिसके लिए हम समय -समय पर कार्यशाला एवं सरकारी विभागीय स्तर पर बैठके आयोजित कर उनके निराकरण कराने का भरपूर प्रयास करते हैं।
साथ ही समाज सेवा के क्षेत्र में चिकित्सा शिविर खेलकूद प्रतियोगिता योग शिविर का भी आयोजन करते रहते हैं, इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य यही है कि आध्यात्मिकता द्वारा उद्यमी- व्यापारी तनाव मुक्त होकर अपना व्यवसाय करें। इस कार्यशाला का संचालन कर रही कोटा संभाग की प्रभारी उर्मिला दीदी ने बताया कि 3 घंटे चली इस कार्यशाला में सैकड़ों व्यापारियों, उद्यमियो एवं प्रतिष्ठित लोगों ने भाग लिया।
इन्हें किया सम्मानित
इस अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से अतिथि गीता दीदी एवं हेमलता दीदी ने व्यापार-उद्योग के विकास के साथ-साथ सामाजिक सरोकार में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सदस्य गोविंद राम मित्तल, सुरेश बंसल, राजेन्द्र अग्रवाल, अशोक माहेश्वरी, अमित सिंघल, लक्ष्मण नैनानी, राजकुमार खुबचन्दानी, जीडी पटेल, भुवनेश लाहोटी, राजकुमार माहेश्वरी, अशोक चान्दना, चेतन पांडे, अनिल अग्रवाल, सुरेन्द्र गोयल, नंदकिशोर शर्मा, राजेंद्र कुमार जैन, सुनील माथुर, बद्री प्रसाद गौतम, दिनेश माहेश्वरी अनिल अरोडा, राकेश कुमार जैन, मुकेश भटनागर, यश मालवीय, अशोक लड्ढा, डॉ. डीके शर्मा. मुरली नुवाल. विनोद गौतम. प्रमोद पालीवाल. विपिन सूद. महेंद्र चौधरी, केपी सिंह बंसीलाल साधवानी, हरीश टेकवानी, केके मालपानी, सुभाष अग्रवाल, सन्तोष खण्डेलवाल, किशन असनानी, महेन्द्र कांकरिया, रविंद्र दुबे, नरेंद्र चौहान, नरेंद्र लोढ़ा, मनीष बंसल उत्तम शर्मा, राजेश बागरेचा, रामनाथ अग्रवाल, छुट्टन लाल शर्मा, अरुण जैन, अनील मूंदड़ा, अश्वनी कुमार शर्मा, प्रमोद कुमार गर्ग सहित कई व्यापारियों एवं उद्यमियों को सम्मानित किया गया।