औद्योगिक उत्पादन, मुद्रास्फीति के आंकड़े से तय होगी इस सप्ताह बाजार की चाल

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मुंबई। औद्योगिक उत्पादन (IIP) और मुद्रास्फीति जैसे वृहद आर्थिक आंकड़े इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे। इसके अलावा अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व का ब्याज दर पर निर्णय तथा वैश्विक रुख भी स्थानीय बाजारों के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।

उनका कहना है कि विदेशी कोषों की गतिविधियां भी शेयर बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगी। रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा, ”अब सभी की निगाहें संकेतकों के लिए अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजों पर है, जो 14 जून को आएंगे। बाद के सत्रों में यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) और बैंक ऑफ जापान (बीओजे) भी अपने नीतिगत निर्णयों की घोषणा करेंगे।”

उन्होंने कहा, ”वृहद आर्थिक मोर्चे पर बाजार भागीदारों की निगाह इस सप्ताह आईआईपी, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति और थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर रहेगी। इसके अलावा मानसून की प्रगति पर भी सभी की निगाह रहेगी।” वृहद आर्थिक मोर्चे पर अप्रैल के औद्योगिक उत्पादन तथा मई के मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को आएंगे। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ों की घोषणा बुधवार को होगी।

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि यह सप्ताह काफी महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि कई केंद्रीय बैंक ब्याज दरों पर अपने निर्णयों की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण 14 जून को आने वाली फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक के नतीजे रहेंगे। इसके अतिरिक्त बैंक ऑफ जापान और यूरोपीय केंद्रीय बैंक की नीतिगत बैठक भी महत्चपूर्ण रहेगी।

मीणा ने कहा, 15 जून को घोषित किए जाने वाले चीन के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर भी सभी की निगाह रहेगी, क्योंकि आर्थिक प्रोत्साहन को लेकर चीजें इसी पर टिकी हैं।” उन्होंने कहा कि घरेलू मोर्चे पर इस सप्ताह औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति के आंकड़े आएंगे। शेयर बाजार के निवेशकों की निगाह वैश्विक स्तर पर ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और रुपये के उतार-चढ़ाव पर भी रहेगी।

पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 78.52 अंक या 0.12 प्रतिशत के लाभ में रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 29.3 अंक या 0.15 प्रतिशत की बढ़त रही। मास्टर कैपिटल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ”इस सप्ताह खुदरा और थोक मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों से बाजार को दिशा मिलेगी।

अमेरिका के खुदरा मुद्रास्फीति और बेरोजगारी दावे के आंकड़ों, फेडरल रिजर्व की बैठक और कच्चे तेल के दाम भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगे। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ”घरेलू मोर्चे पर प्रमुख घटनाक्रम पीछे छूट चुके हैं। ऐसे में इस सप्ताह स्थानीय बाजार वैश्विक घटनाक्रमों से दिशा लेगा।”