जयपुर। Paper Leak Case: वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। प्रारम्भिक पूछताछ में यह सामने आया था कि आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा ने 60 लाख रुपए में पेपर बेचा था। अब एक और जानकारी सामने आई है कि कटारा ने 60 लाख के बजाय शेर सिंह मीणा से एक करोड़ रुपए वसूले थे।
एसओजी सूत्रों से पता चला है कि 480 प्रश्नों के बदले बाबूलाल कटारा ने शेर सिंह मीणा से 60 लाख रुपए नकद लिए थे। जबकि 40 लाख रुपए स्वयं लेने के बजाय एक बिल्डर को दिलवाए। चूंकि कटारा ने कई बिल्डरों से अलग-अलग जगह जमीनें खरीद रखी हैं, ऐसे में एक बिल्डर के बकाया रुपए शेर सिंह मीणा ने चुकाए थे।
बाबूलाल कटारा को कोर्ट में पेश करने के बाद 10 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इसी दरमियान एसओजी की टीम गुरुवार को कटारा को लेकर डूंगरपुर स्थित उसके घर पर गई थी। तलाशी के दौरान कटारा के घर में 51 लाख 20 हजार रुपए नकद मिले। साथ ही आधा किलो से ज्यादा सोने के आभूषण बरामद किए हैं।
साथ ही कटारा के भांजे विजय डामोर के घर से सोने का एक कड़ा बरामद किया है। सोने का ये कड़ा शेर सिंह मीणा ने दिया था। चूंकि विजय डामोर अपने मामा बाबूलाल कटारा के आवास पर ही रहता था। पेपर लीक की पूरी रकम कटारा को दी तो विजय को खुश रखने के लिए उसे सोने का कड़ा दिया था।
पेपर लीक की आंच अब आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के घर तक पहुंच गई है। एसओजी की टीम ने बाबूलाल कटारा के बेटे डॉ. दीपेश कटारा और उसके दोस्त गौतम कटारा को भी पकड़ लिया है। दीपेश और गौत्तम को डूंगरपुर से जयपुर एसओजी कार्यालय लाया गया है।
डॉ. दीपेश ने जयपुर के एक नामी मेडिकल कॉलेज से हाल ही में एमबीबीएस पूरी की है। डॉक्टरी पूरी होने के बाद भी दीपेश किसी भी होस्पिटल में प्रेक्टिस या आगे की पढ़ाई नहीं कर रहा है। दीपेश और उसके दोस्त गौत्तम से पूछताछ की जा रही है। पेपर लीक मामले में जल्द ही इन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर)