मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि वह देश की अर्थव्यवस्था के अभी के 2.5 लाख करोड़ डॉलर से तीन गुना बड़ा होकर 7 लाख करोड़ डॉलर के होने की उम्मीद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया में अभी भारत में निवेश का सबसे बड़ा अवसर है। बिजनस लीडर ऑफ द इयर से सम्मानित होने के बाद उन्होंने कहा कि रिलायंस ने देश में 3.5 लाख करोड़ का कॉन्ट्रेरियन दांव लगाया था, जिसका कंपनी को अच्छा इनाम मिला है।
उन्होंने कहा, ‘कुछ साल पहले यहां की कंपनियों के लिए विदेश में निवेश करना फैशन हो गया था। कहा जा रहा था कि अगर आप विदेश में निवेश नहीं कर रहे हैं तो आप मौका गंवा रहे हैं। तब हमने भीड़ से अलग चलने का फैसला किया और भारत में 3.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने का फैसला किया। इसका बड़ा हिस्सा जियो में लगाया गया।’
रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने पिछले साल सितंबर में सर्विस लॉन्च की थी। उसने पहली बार लाइफटाइम फ्री वॉइस और कम कीमत पर डेटा ऑफर करके मार्केट में खलबली मचा दी। अंबानी ने जियो की एंट्री के बाद पुरानी टेलिकॉम कंपनियों के साथ शुरू हुई जबरदस्त प्रतिस्पर्धा का जिक्र करते हुए उनसे दोस्ताना रिश्ते का संकेत दिया।
अंबानी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री के विजन को खुले, पारदर्शी और निष्पक्ष नीतियों से समर्थन मिल रहा है। अगर कुछ पुरानी टेलिकॉम कंपनियों ने हो-हल्ला मचाया तो वह मजेदार और बर्दाश्त करने लायक है। हम इन सबके बावजूद दोस्त बने रह सकते हैं।’
जब अंबानी ने यह बात कही तो दर्शकों में भारती ग्रुप के चेयरमैन सुनील मित्तल, आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और वोडाफोन इंडिया के सीईओ सुनील सूद भी थे। जियो के पास 14 करोड़ ग्राहक हैं और देश के डेटा मार्केट में यह सबसे बड़ी कंपनी बन गई है।