मुंबई। भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। हफ्ते के दूसरे कारेाबारी दिन सेंसेक्स 220 अंक टूटकर 60,286 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी करीब 50 अंकों की गिरावट के साथ 17,718 के लेवल पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी का कारण ऑटो, मेटल और एफएमसीजी सेक्टर के शेयर रहे। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के कारण भारतीय बाजार में भी बिकवाली दिखी।
वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच सूचकांक स्थिर खुला और कारोबार के दौरान 60,655.14 से 60,063.49 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स के 22 शेयर नुकसान में रहे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 43.10 अंक यानी 0.24 फीसदी की गिरावट के साथ 17,721.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 17,811.15 अंक तक गया और नीचे में 17,652.55 अंक तक आया।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘घरेलू बाजार में मंदड़ियों का असर रहा। वे अमेरिका में रोजगार के बेहतर आंकड़े आने के बाद से काफी सक्रिय हैं। वैश्विक बाजारों पर फिलहाल केंद्रीय बैंक की नीतियों और बॉन्ड प्रतिफल का असर है। यह माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक नीतिगत दर में अभी और वृद्धि कर सकते हैं।’
टॉप गेनर्स और लूजर्स
आज कोटक बैंक, इंडसंइड बैंक, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एलएंडटी, एसबीआई, टीसीएस और एचडीएफसी बैंक तेजी के साथ बंद हुए। वहीं, आईटीसी, सन फार्मा, मरुति सुजुकी, एमएंडएम, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक, विप्रो, इंफोसिस, एचयूएल, भारती एयरटेल और रिलायंस गिरावट के साथ बंद हुए।
रेपो रेट के फैसले पर नजर
रुपये मंगलवार को 82.80-82.65 के बीच सपाट ढंग से कारोबार करता दिखा। डॉलर इंडेक्स वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले 103.43 डॉलर के आसपास कारोबार करता दिखा। बाजार की नजर बुधवार को आने वाली आरबीआई की मौद्रिक समिति की बैठक पर टिकी है। बाजार को उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक रेपो रेट 6.25% से 0.25% बढ़ाकर 6.50% प्रतिशत कर कर सकता है।
दुनिया के बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में जापान गिरावट के साथ, जबकि शंघाई और हांगकांग के बाजार तेजी के साथ बंद हुए हैं। यूरोप के बाजारों में मिला-जुला कारोबार हो रहा है। सोमवार के सत्र में विदेशी निवेशकों ने 1,218.14 करोड़ शेयर खरीदे थे। ब्रेंट क्रूड का दाम 0.79 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81.78 डॉलर पर है।