कोटा। शहर की हॉस्टल एसोसिएशंस के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी के नेतृत्व में वाणिज्यिक कर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त राज्य कर शंभूदयाल मीणा एवं संयुक्त आयुक्त नोडल अधिकारी अनुपम शर्मा से मिला।
महासंघ के महासचिव माहेश्वरी ने वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों को बताया कि विभाग द्वारा हॉस्टलों में सर्वे करके कई जानकारियां मांगी जा रही हैं, जो समझ से परे है। इससे शहर के समस्त हॉस्टल व्यवसाई चिन्तित हैं, जबकि सरकार द्वारा हॉस्टल व्यवसाय को आवासीय मानकर इसको जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है। आवसीय भवनों के किराए पर जीएसटी का कोई प्रावधान नहीं है। फिर भी विभाग हॉस्टलों पर जानकारी के नाम पर क्यों सर्वे कर रहा है।
अतः विभाग स्थिति स्पष्ट करें। विभाग ऐसा कोई कार्य न करें जो नियमों में नहीं है। उन्होंने बताया कि कोरोना हाल में सबसे ज्यादा हॉस्टल व्यवसाय प्रभावित हुआ है। यह कोटा की अर्थव्यवस्था की मूल धुरी है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि विभाग व्यवसाइयों के प्रति सहयोगात्मक रूख अपनाए, जिससे व्यवसायियों को सबंल मिल सके।
वाणिज्य कर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त शंभू दयाल मीणा ने बताया कि विभाग ऐसा कोई कार्य नहीं करेंगा। उन्होंने कहा की उच्च अधिकारियों के आदेश की पालना में हॉस्टलों की जानकारी एकत्र कर रहे हैं। अगर हॉस्टल व्यवसाय खुद इस जानकारी को भर कर देते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है।
उन्होंने बताया कि शीघ्र ही विभाग के अधिकारी हॉस्टल व्यवसायियों के साथ एक बैठक का आयोजन करेगा, जिसमें हॉस्टल एसोसिएशन के पदाधिकारी, कर सलाहकार एवं विभागीय अधिकारी शामिल होंगे। इस संबंध में विस्तृत चर्चा की जाएगी।
प्रतिनिधिमण्डल मे चंबल हॉस्टल एसोसियेशन के अध्यक्ष भगवान बिरला, सचिव अशोक लड्ढा, कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल, सचिव पंकज जैन, कोरल हॉस्टल एसोसियेशन के अध्यक्ष सुनील जैन, न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक लोढ़ा, सचिव राजीव भैया, कोटा डिस्ट्रिक्ट हॉस्टल एसोसिएशन के सचिव अनिल अग्रवाल, कोटा व्यापार महासंघ के पूर्व अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा सहित कई हॉस्टल एसोसिएशन के पदाधिकारी शामिल थे ।