कठुआ। ‘भारत जोड़ो’ यात्रा में कन्याकुमारी से केवल टीशर्ट में चल रहे राहुल गांधी ने अंतिम पड़ाव में जैकेट का दामन थाम ही लिया। जम्मू और कश्मीर के कठुआ में रैली के दौरान उन्हें जैकेट पहने हुए देखा गया। हालांकि, नजर आ रहा है कि कठुआ में हल्की बारिश भी हो रही है। यात्रा में उनके साथ शिवसेना सांसद संजय राउत समेत कई नेता मौजूद हैं।
कठुआ में पदयात्रा के दौरान राहुल कुछ समय के लिए जैकेट पहने हुए नजर आए। बीते सप्ताह उन्होंने बताया था कि मध्य प्रदेश में ठंड में ठिठुरती फटे कपड़े पहनी हुई बच्चियों से मिलने के बाद यात्रा में केवल टीशर्ट ही पहनने का फैसला किया है। खास बात है कि कांग्रेस नेता की टीशर्ट को लेकर भी जमकर राजनीति गर्मा गई थी।
हरियाणा के अंबाला में कांग्रेस नेता ने कहा था, ‘लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं क्यों यह सफेद टीशर्ट पहना हुआ है, क्या मुझे ठंड नहीं लगती। मैं आपको कारण बताता हूं। केरल में जब यात्रा शुरू हुई थी… तो गर्मी थी। लेकिन जब हम मध्य प्रदेश पहुंचे, तो थोड़ी सर्दी थी। एक दिन तीन गरीब लड़कियां फटे कपड़ों में मेरे पास आईं… जब मैंने उन्हें देखा तो वे कांप रही थीं, क्योंकि उन्होंने ठीक कपड़े नहीं पहने हुए थे। उस दिन मैंने तय कर लिया था कि जब तक मैं कांपने नहीं लगता, मैं केवल टीशर्ट ही पहनूंगा।’
उन्होंने कहा था, ‘जब मैं कांपना शुरू करूंगा, तब मैं स्वेटर पहनने का सोचूंगा। मैं उन तीन लड़कियों को संदेश देना चाहता हूं कि अगर आप ठंड महसूस कर रहे हैं, तो राहुल गांधी भी ठंड महसूस करेगा।’ उत्तर प्रदेश में भी यात्रा के दौरान उन्होंने पत्रकारों से पूछा था कि यह सवाल क्यों नहीं किया जा रहा है कि ठंड में गरीबों के बच्चे बगैर स्वेटर या जैकेट के क्यों घूम रहे हैं।
राहुल ने कहा था, ‘गरीब किसानों और मजदूरों के कई बच्चे फटे हुए कपड़े पहनकर मेरे साथ यात्रा में चल रहे थे। लेकिन मीडिया यह नहीं पूछ रहा कि क्यों गरीब किसानों और मजदूरों के बच्चे बगैर स्वेटर और जैकेट में ठंड के मौसम में चल रहे हैं।’ उन्होंने कहा था, ‘मेरा टीशर्ट पहनना बड़ा सवाल नहीं है। असल मुद्दा है कि क्यों देश के किसान, गरीब मजदूर और उनके बच्चे फटे कपड़ों में हैं।’
भारत जोड़ो यात्रा में 52 जिले कवर: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा अंतिम पड़ाव में जम्मू और कश्मीर पहुंच चुकी है। आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, फिलहाल यात्रा राज्य के कठुआ में है। 7 सितंबर से चले पदयात्री अब तक 10 राज्यों में 52 जिलों को कवर कर चुके हैं।