रेसलर गीता फोगाट ने कहा, अपने भीतर की शक्ति को पहचानें बेटियां

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सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम में गीता फोगाट

आन्या फाउंडेशन के सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम का शुभारंभ

कोटा। अंतरराष्ट्रीय रेसलर और कॉमनवेल्थ खेलों की स्वर्ण पदक विजेता गीता फोगाट ने शनिवार को कोटा में आन्या फाउंडेशन की ओर से राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत 3000 बालिकाओं के लिए आयोजित सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम ‘निर्भीक‘ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बेटियां अपने भीतर की शक्ति को पहचाने तो कुछ भी असंभव नहीं हैं। वे मन में ठान लें कि वे रानी लक्ष्मी बाई हैं तो कोई भी भय उनको डरा नहीं सकता।

एलेन के सत्यार्थ भवन के सौहार्द सभागार में शहर के 10 राजकीय विद्यालयों की 3000 बालिकाओं की उपस्थिति में हुए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गीता फोगाट ने कहा कि आज के जमाने में लड़कियों के लिए एक ही लक्ष्य होना चाहिए खुद को काबिल बनाकर अपने माता-पिता, गुरू और परिवार का नाम रोशन करना।

जब आप जीवन में सफलता प्राप्त कर लें, खुद को कहीं स्थापित कर लें उसके बाद ही अपने शौक की ओर ध्यान दें। यदि आपने ऐसा कर लिया तो आपको कभी पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लडकियां अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान जरूर रखें।

आन्या फाउंडेशन की फाउंडर अंजली बिरला ने कहा कि स्कूल की बालिकाओं के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘‘निर्भीक‘‘ बहुत जरूरी है। स्कूल में पढ़ाई के दौरान वे हर समय अभिभावक या शिक्षकों की छांव में रहती हैं। लेकिन जब वे स्कूल से आगे जाती हैं तो उन्हें अहसास होता है उन्हें सब कुछ सिखाया गया, लेकिन खुद की रक्षा करने के बारे में कुछ नहीं बताया गया।

लड़कियां निर्भीक होंगी तो वे ही अपने लक्ष्य की ओर आत्मविश्वास के साथ बढ़ पाएंगी। लड़कियां को उस सोच के दायरे से बाहर निकालना है जहां उनके घर से बाहर जाने परिवार के किसी सदस्य का साथ होना आवश्यक हो। इसी कारण यह सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है।

वरिष्ठ समाज सेवी और उपभोक्ता भण्डार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला ने आन्या फाउंडेशन की अभिनव सोच की सराहना की। उन्होंने कहा कि बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे हैं। उनकी तरक्की में यदि कुछ बाधा बनती है तो वह असुरक्षा की भावना है। यदि उनके मन के भीतर के डर को ही दूर कर दिया जाएगा तो वे निर्भीक होकर हर चुनौती का सामना कर सकेंगी।

आन्या फाउंडेशन की को फाउंडर आकांक्षा बिरला ने कहा कि आज यहां बैठी राजकीय विद्यालयों की छात्राओं के चेहरों पर हंसी है। तीन माह बाद प्रशिक्षण पूर्ण होने पर हंसी के साथ मनोबल और खुद की सुरक्षा कर पाने का आत्मविश्वास भी होगा। इसमें प्रतिभागी स्कूल के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों की भी होगी।

तीन माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम अद्भुत
रेसलर गीता फोगाट ने कहा कि कोटा की धरती पर आकर उन्हें गर्व हो रहा है। उससे अधिक गर्व इस बात का है कि आन्या फाउंडेशन की ओर से यहां तीन हजार बालिकाओं के लिए तीन माह चलने वाला सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ किया जा रहा है। आज तक एक-दो दिन अधिकतम एक सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में सुना था, लेकिन इतना लंबा आयोजन पहली बार देख रहे हैं।

खेल प्रतिभाओं का किया सम्मान
कार्यक्रम के दौरान कोटा की प्रख्यात खेल प्रतिभाओं का सम्मान भी किया गया। सम्मान की गई प्रतिभाओं में वॉलीबॉल सुमेर सिंह, बॉक्सिंग ईशा गुर्जर,, टेक्वांडो तथा सॉफ्टबॉल में मो. रेहान, टेक्वांडो में नुकुल पांचाल व तन्नू बैरवा, मलखंभ में खुश्बू नागर, वुशू में दिव्यांशी ठाकुर, कराते में शिवाली सेन तथा प्रदेश स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने वाली फुटबॉल टीम को भी सम्मानित किया गया।

डेमो देख उत्साहित हुई बालिकाएं
कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षित बालक-बालिकाओं ने उन सेल्फ डिफेंस स्किल्स का प्रदर्शन किया, जो प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सिखाई जाएंगी। इन स्किल्स को देख वहां उपस्थित स्कूली बालिकाएं उत्सह से भर गईं। बालिकाओं ने कहा कि यदि यही स्किल्स उन्हें भी आ गईं तो मन में किसी प्रकार का भय नहीं रहेगा।