कोटा में तेंदुए को पिंजरे में फ़ंसाने की कोशिश नाकाम, लोगों में उत्सुकता भरा ड़र

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स्कूल चलाने की जगह आज से बदली

-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा।
राजस्थान में कोटा के आबादी क्षेत्र नान्ता में एक तेंदुए के देखे जाने बाद वह शनिवार सुबह तक वह हाथ नही आया है। हालांकि वन्यजीव विभाग ने उसे पकड़ने के सभी संभव बंदोबस्त किये है।इस तेंदुए के आबादी क्षैत्र में घुस आने के बाद दहशत का माहौल रहा और एक स्कूल में तो छुट्टी तक कर देनी पड़ी जिसे आज से तेंदुआ पकड़े जाने तक दूसरी इमारत में चलाया जायेगा।

मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार रात पहली बार सबसे पहले कोटा के कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के नान्ता इलाके में एक प्राचीन महल के पास एक वन्य जीव दिखाई दिया था जिसने एक कुत्ते के पिल्ले का भी शिकार किया था। लोगों ने उसे पैंथर बताया था लेकिन तत्काल उसकी पुष्टि नही हुई थी। शुक्रवार को वन्यजीव विभाग की टीम ने इस इलाके का दौरा करके वहां से लिए गए पगमार्क उठाकर उनका अवलोकन करने के बाद इलाके में किसी तेंदुए का मूवमेंट की पुष्टि की है।

नान्ता के इस इलाके में आबादी क्षेत्र होने के कारण वहां वन्यजीव विभाग ने सुरक्षा बढ़ा दी है और लोगों को भी सावचेती बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ ही वन्यजीव विभाग ने वहां तेंदुए को पकड़ने के लिए तीन पिंजरे भी लगाए हैं। वहां आज दिन भर से ही वन्यजीव विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पूरे इलाके पर निगाह रखे रहें और रात को भी यहां विभागीय कर्मचारी तैनात रहेंगे।

नान्ता के प्राचीन महल के पास गुरुवार रात तेंदुआ देखे जाने के बाद इस महल परिसर मे लगने वाले एक विद्यालय के बच्चों की शुक्रवार को छुट्टी कर दी गई थी। अब आज से तेंदुआ मिलने तक नजदीकी स्थित सरकारी सामुदायिक भवन में यह स्कूल लगेगा। यह स्कूल प्रात: 10 बजे से शुरू होता है।

इसके पहले इसी महिने के शुरू में कोटा के सघन आबादी क्षेत्र महावीर नगर विस्तार योजना में एक तेंदुए के आ जाने से दहशत फ़ैल गई थी । इस तेंदुए ने अलग-अलग स्थानों पर चार लोगों को जख्मी कर दिया, जिनका इलाज किया गया। बाद में मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज को तेंदुए को बेहोश किया और उसे कोटा में अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में ले जाया गया था।

हालांकि इसके पहले नान्ता-सकतपुरा इलाके में ही चंबल नदी के पास स्थित कोटा सुपर थर्मल पावर स्टेशन में अकसर भालू और तेंदुए लेकर जाने की घटनाएं हो चुकी हैं। क्योंकि थर्मल पावर स्टेशन के पीछे ही वन विभाग का संरक्षित वन क्षेत्र है, जहां बड़ी संख्या में विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीव रहते हैं। वह वहां से भोजन की तलाश में अकसर भटकते हुए कोटा सुपर थर्मल पावर स्टेशन परिसर में आ जाते हैं।

इसके पहले कोटा शहर के महावीर नगर जैसे सघन आबादी वाले इलाके में और अब नान्ता महल में तेंदुए के घुस आने की यह अपनी तरह की घटना है। जब से नान्ता इलाके में तेंदुआ देखा गया है, तब से महल के आसपास के क्षेत्र में डर का माहौल है। कल तो दिन भर यहां उत्सुक लोगों की भीड़ लगी रही और वनकर्मी उन्हें महल से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह करते रहे।