स्पीकर बिरला की पहल पर आयोजित मेडिकल कैम्पों में चिन्हित हो रहे गंभीर रोग
कोटा। जरझनी गांव मे रहने वाले 21 साल के प्रदीप (परिवर्तित नाम) की सांस थोड़ा सा चलने के बाद ही फूलने लगती है। वह इसे सामान्य समस्या मान रहा था। परन्तु जब उसने मंगलवार को स्पीकर ओम बिरला की पहल पर देवलीकलां पंचायत क्षेत्र में आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर में ईसीजी करवाई तो दिल में गंभीर परेशानी सामने आ गई। अब इस युवक का स्पीकर बिरला की ओर से उपचार करवाया जाएगा।
संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर ‘‘हर परिवार स्वस्थ-हर गांव स्वस्थ‘‘ अभियान के तहत सोमवार को रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र की देवली कलां ग्राम पंचायत क्षेत्र में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। देवलीकलां, खेड़ारूद्धा और घाटोली ग्राम पंचायत क्षेत्र के लोगों के लिए आयोजित शिविर में जांच करवाने के लिए 487 ग्रामीण पहुंचे।
शिविर में एक बुजुर्ग महिला गले में दर्द और खाना निगलने की समस्या की शिकायत लेकर आई। डॉक्टरों ने जांच की तो उसे घैंघा की समस्या पाई गई। आयोडीन की कमी के कारण उसे यह समस्या उत्पन्न हुई है। उसका भी अब कोटा में उपचार करवाया जाएगा। इसके अलावा शिविर में गुर्दा रोग से पीड़ित एक व्यक्ति तथा कम सुनाई देने की समस्या से परेशान 3 बजुर्गों को भी आगे के उपचार के लिए चिन्हित किया गया है।
शिविर में डॉ. वारिस हुसैन, डॉ. गोविंद यादव, डॉ. आरके जैन, डॉ. दीपक खंडेलवाल, डॉ.. मनीष नामा, डॉ. सुनीता योगी और लोक सभा के वेलफेयर ऑफिसर डॉ. सौरभ शर्मा ने अपनी सेवाएं दीं।
ग्रामीण क्षेत्रों में मोतियाबिंद बड़ी समस्या: शिविर में करीब 190 रोगी अपनी आंखों की जांच करवाने के लिए पहुंचे। इनमें से 25 लोगों की आंखों में मोतियाबिंद पाया गया। इससे पूर्व आयोजित शिविरों में भी सामने आया था कि बुजुर्ग मोतियाबिंद से ग्रसित हैं, लेकिन उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है।
150 बुजुर्गों को बांटी छड़ियां: शिविर में 150 बुजुर्गों को छड़िया निशुल्क भेंट की गईं। इन विशेष प्रकार की छड़ियों को आवश्यकता के अनुरूप छोटा-बड़ा किया जा सकता है। इन छड़ियों की सहायता से अब यह बुजुर्ग आसानी से चल सकेंगे।