हाड़ौती में डीएपी-यूरिया की कमी नहीं आने देंगे, किसान स्टॉक नहीं करें: बिरला

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लोक सभा अध्यक्ष ने की संभाग में खाद उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा

कोटा। संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में डीएपी और खाद की कमी नहीं आने दी जाएगी। लेकिन, किसान भी इनको अनावश्यक रूप से स्टॉक करने से बचें। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को यह बात कोटा-बूंदी में डीएपी और खाद की उपलब्धता की समीक्षा के बाद कही।

लोक सभा कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक के बाद स्पीकर बिरला ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर डीएपी की मांग है। रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय से कहा है कि प्रारंभिक मांग के अनुरूप डीएपी की रैक नियमित तौर पर कोटा और बूंदी भेजे जाएं। रैक की मूवमेंट इस प्रकार हो कि दोनों ही जिलों में मांग के अनुरूप डीएपी उपलब्ध रहे।

जब यूरिया की मांग हो तो उसके भी रैक नियमित भेजे जाएं। इससे डीएपी और यूरिया को लेकर किसानों में हडबड़ी की स्थिति नहीं बनेगी। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि कोटा संभाग की बड़ी उर्वरक उत्पादन यूनिट के माध्यम से स्थानीय स्तर पर यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

स्पीकर बिरला ने दोनों जिलों के अधिकारियों से भी कहा कि कोटा और बूंदी को आवंटित डीएपी और यूरिया अन्य शहरों में नहीं जाना चाहिए। इस तरह की अनाधिकृत मूवमेंट की रोकथाम के लिए प्रभावी इंतजाम किए जाएं। जो भी डीलर अन्य जिलों में डीएपी और यूरिया भेज रहे हैं उन पर भी कड़ी कार्रवाई हो।

किसान प्रतिनिधियों की शिकायत पर स्पीकर बिरला ने अधिकारियों को डीएपी-यूरिया के साथ अटैचमेंट जबरन दिए जाने को नियंत्रित करने को कहा। बिरला ने कहा कि डीलर्स को पाबंद किया जाए कि वे किसानों को जबरन कोई अटैचमेंट नहीं दें। इसकी मॉनिटरिंग के लिए भी प्रभावी सिस्टम तैयार करें।

स्पीकर बिरला ने ग्राम सहकारी समितियों के पदाधिकारियों से भी कहा कि क्षेत्र के बाहर किसी को भी डीएपी और यूरिया नहीं दें। यदि उनके जीएसएस को डीएपी और यूरिया मिलने में दिक्कत आ रही हो तो इसकी सूचना तत्काल कैंप कार्यालय को दें।

बैठक में पूर्व विधायक हीरालाल नागर, बूंदी जिलाध्यक्ष छीतरलाल राणा, सांगोद प्रधान जयवीर सिंह, प्रेम गोचर, सतपाल मान, कोटा और बूंदी के जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ इफ्को, कृभको, आईपीएल और सीएफसीएल व किसान संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।