नई दिल्ली। बैंक ऑफ़ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने कर्ज महंगा कर दिया है। प्राइवेट सेक्टर के बड़े बैंकों में शामिल आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने लोन रेट में फिर बढ़ोतरी कर दी है। बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट पर आधारित लेंडिंग रेट (MCLR) में 10 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की है।
यह बढ़ोतरी आज से लागू हो गई है। इसका सीधा असर ब्याज दरों पर पड़ेगा। बैंक ने चार महीने में चौथी बार एमसीएलआर में बढ़ोतरी की है। इससे पहले बैंक ने जून, जुलाई और अगस्त में भी इसमें बढ़ोतरी की थी। एक अगस्त को इसमें 15 बेसिस अंक की बढ़ोतरी की थी।
आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के मुताबिक ओवरनाइट और एक महीने का एमसीएलआर रेट 7.65 फीसदी से बढ़ाकर 7.75 फीसदी कर दिया गया है। इसी तरह तीन महीने के लिए रेट 7.80 रुपये और छह महीने के लिए रेट 7.95 फीसदी कर दिया गया है। एक साल का एमसीएलआर रेट 7.90 फीसदी से बढ़ाकर 8.00 फीसदी कर दिया गया है। पिछले महीने बैंक ने एमसीएलआर में 15 बीपीएस की बढ़ोतरी की थी। इसके बाद एक साल का एमसीएलआर रेट 7.90 फीसदी पहुंच गया था।
पिछले कई महीने से कई बैंकों ने अपना लोन महंगा कर दिया है। आईसीआईसीआई बैंक के साथ पीएनबी (PNB) और बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) ने भी आज से अपना एमसीएलआर बढ़ा दिया है। महंगाई काबू करने के लिए रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में लगातार तीसरी बार बढ़ोतरी की थी। माना जा रहा है कि आगे भी इसमें बढ़ोतरी की जा सकती है।
क्या होता है एमसीएलआर: MCLR एक न्यूनतम ब्याज दर है, जिस पर बैंक उधार दे सकता है। यह रिजर्व बैंक द्वारा तय एक सिस्टम है। कमर्शियल बैंक लोन पर ब्याज दर तय करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसके आधार पर बैंक फिक्स्ड या फ्लोटिंग ब्याज दरों पर लोन दे सकते हैं। अप्रैल 2016 में आरबीआई ने एमसीएलआर की शुरुआत की थी।