नई दिल्ली। कच्चे तेल की कीमत (crude price) में लगातार तेजी बनी हुई है। ओपेक प्लस (OPEC+) देशों के प्रॉडक्शन में कटौती करने की आशंका और लीबिया में संघर्ष से सोमवार को इसमें तीन डॉलर से अधिक की तेजी आई। ओपेक प्लस देशों में ओपेक देशों के अलावा रूस और सहयोगी देश शामिल हैं । इन देशों की पांच सितंबर को बैठक होनी है जिसमें कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती का फैसला लिया जा सकता है।
सोमवार को ब्रेंट क्रूड 3.16 डॉलर यानी 3.1 फीसदी की तेजी के साथ 104.15 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया। इससे पहले पिछले हफ्ते इसकी कीमत में 4.4 फीसदी की तेजी आई थी। इसी तरह यूएस वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (WTI) 3.16 डॉलर यानी 3.4 फीसदी की तेजी के साथ 96.22 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया।
पिछले हफ्ते इसकी कीमत में 2.5 फीसदी तेजी आई थी। हाल के दिनों में कच्चे तेल की कीमत में काफी उठापटक देखी जा रही है। ईरान और पश्चिमी देशों के न्यूक्लियर डील के करीब पहुंचने की खबरों से इसमें गिरावट आई थी। लेकिन फिर सऊदी अरब की एक धमकी से इसमें तेजी आई। सऊदी अरब ने कहा था कि ओपेक प्लस देश कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती कर सकते हैं।